राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पक्ष में ‘‘दो मतदाता पहचान पत्र जारी करने” की जांच की मांग करते हुए पटना के एक थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। एक दिन पहले ही निर्वाचन आयोग ने यादव से उस मतदाता पहचान पत्र को ‘जांच के लिए सौंपने’ के लिए कहा था जिसके बारे में उन्होंने (यादव ने) दावा किया था कि यह पहचान पत्र उनके पास है, जबकि इसे ‘‘आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया गया था।’
पटना थाने में शिकायत दर्ज
निर्वाचन आयोग ने कहा कि विपक्षी नेता का मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी) नंबर नहीं बदला गया था, जैसा कि उन्होंने आरोप लगाया है। पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक स्थानीय व्यक्ति ने इस संबंध में दीघा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने शिकायत को जिला निर्वाचन कार्यालय को भेज दिया है, जो ऐसे मामलों पर निर्णय लेने के लिए सक्षम अधिकारी है। यदि चुनाव अधिकारियों से ऐसा कोई निर्देश प्राप्त होता है तो प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है।”
बता दें कि बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने हाल में आरोप लगाया था कि निर्वाचन आयोग ने राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत प्रकाशित मतदाता सूची के मसौदे में उनका ईपीआईसी नंबर ‘बदल’ दिया है। शनिवार को, उन्होंने ईपीआईसी नंबर के साथ एक ऑनलाइन खोज को दिखाया और दावा किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के हिस्से के रूप में प्रकाशित मसौदा मतदाता सूची में उनका नाम गायब था। जब संबंधित अधिकारियों के खंडन किया तब उन्होंने आरोप लगाया कि उनका मतदाता पहचान पत्र नंबर ‘बदला हुआ’ था। निर्वाचन आयोग ने आरोप को खारिज कर दिया है, यह बताते हुए कि ईपीआईसी नंबर वही है जो यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए अपने हलफनामे में बताया था।