लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका के टैरिफ को लेकर सरकार को घेरने के साथ ही एक चौंकाने वाला बयान दिया। वकीलों को संबोधित करते हुए भीड़ की नारेबाजी के बीच राहुल ने स्पष्ट किया कि वे राजा नहीं हैं और न ही बनना चाहते हैं, बल्कि इस ‘राजा’ के कॉन्सेप्ट के खिलाफ हैं।राहुल गांधी वकीलों को संबोधित कर रहे थे, जब भीड़ ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। राहुल ने उन्हें रोकते हुए कहा, “मैं राजा नहीं हूँ, होना भी नहीं चाहता हूँ, राजा के खिलाफ हूँ, इस कॉन्सेप्ट के खिलाफ हूँ।” यह बयान उनकी लोकतांत्रिक सोच और शक्ति के केंद्रीकरण के विरोध को दर्शाता है।वकीलों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के इतिहास और वकीलों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आप सबने कांग्रेस पार्टी बनाया है। शुरुआत में कांग्रेस वकीलों की ही पार्टी थी। गांधी, नेहरू, पटेल, अम्बेडकर सब वकील थे, आप सब कांग्रेस की बैकबोन हैं।” उन्होंने वकीलों को कांग्रेस की रीढ़ बताते हुए उनके योगदान को सराहा।
2014 की चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी का लगाया आरोप
राहुल गांधी ने 2014 से ही चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी की आशंका जताई। उन्होंने कहा, “2014 से ही मुझे लगता था कि चुनाव प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ है। गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश में एक भी सीट नहीं मिलना मुझे चौंकाता था। तब मैं कुछ नहीं बोलता था क्योंकि मेरे पास सबूत नहीं थे। लेकिन महाराष्ट्र में कुछ ऐसा हुआ, जिसने मुझे सोचने पर मजबूर किया। हम लोकसभा में बंपर जीते लेकिन विधानसभा में जबरदस्त रूप से हार गए।”
उन्होंने दावा किया कि चुनावी गड़बड़ी का उनके पास जो डेटा है, उसे वे जल्द ही जारी करेंगे, जो एक “एटम बम” जैसा होगा। राहुल ने आरोप लगाया कि बूथ स्तरीय सूची की जो कॉपी दी जाती है, वह स्कैन नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, “6.5 लाख लोग वोट करते हैं और 1.5 लाख वोट फेक हैं। अगर 10-15 सीटें कम आतीं तो मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं बनते।”
राफेल डील और हिंदुत्व पर बीजेपी पर हमला
राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के सबूत थे कि कैसे पीएमओ और एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) ने उस डील को प्रभावित किया। उन्होंने अरुण जेटली के साथ हुई बातचीत का भी जिक्र किया, जिसमें उन्हें कृषि कानूनों के विरोध पर धमकाया गया था। राहुल ने कहा कि उन्होंने जेटली से पूछा था, “क्या आपको पता नहीं आप किससे बात कर रहे हैं?”
बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, “बीजेपी इस देश के इतिहास और धर्म पर हमला कर रही है। जो भी दल या व्यक्ति हिंदुत्व को समझता है, वह इसकी गहराई को जानता है तो जरूर समझेगा कि ये हिंदुत्व पर भी हमला कर रहे हैं।” उन्होंने बीजेपी की नीतियों को देश के मूल्यों और धर्म पर हमला बताया।