घरेलू स्तर पर ड्रोन उत्पादन बढ़ेगा
15 लोगों का साक्षात्कार किया गया
‘रॉयटर’ ने इस संबंध में दोनों देशों में सुरक्षा अधिकारियों, उद्योग के कार्यकारी अधिकारियों और विश्लेषकों समेत 15 लोगों का साक्षात्कार किया। उनमें से दो ने कहा कि दोनों परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों ने ड्रोन का अधिक उपयोग किया क्योंकि छोटे पैमाने पर ड्रोन हमले सैनिकों को जोखिम में डाले बिना या अनियंत्रित तनाव को भड़काए बिना लक्ष्य को निशाना बना सकते हैं।
भारत ने सैन्य खरीद के लिए 4.6 अरब डॉलर स्वीकृत किए
भारत ने इसी महीने आपातकालीन सैन्य खरीद के लिए 4.6 अरब डॉलर स्वीकृत किए हैं। मामले से जुड़े दो अधिकारियों ने बताया कि इसमें से कुछ राशि काम्बैट और सर्विलांस ड्रोन पर खर्च की जा सकती है।
भारत यूएवी बैटरी के लिए चीन पर निर्भर
चार भारतीय ड्रोन निर्माताओं और अधिकारियों ने कहा कि एक कमजोरी का समाधान कठिन है। वह है भारतीय ड्रोन कार्यक्रम की चीन से आयातित अहम कंपोनेंट्स पर निर्भरता। ड्रोन फेडरेशन इंडिया के शाह ने कहा कि भारत यूएवी बैटरी के लिए चीन निर्मित मैग्नेट और लिथियम पर निर्भर है।
पाकिस्तान पूरी तरह से चीन पर निर्भर
पाकिस्तानी सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान अपने नेशनल एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलाजी पार्क और तुर्किए की डिफेंस कांट्रेक्टर बायकर के बीच सहयोग पर निर्भर है, जो स्थानीय रूप से यीहा-3 ड्रोन को असेंबल करता है।
देश में विकसित होगा इलेक्टि्रक 2-सीटर प्रशिक्षण विमान
केंद्रीय मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत ने अगली पीढ़ी के दो सीट वाले इलेक्टि्रक हंस (ई-हंस) विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्वदेशी रूप से विकसित ई-हंस प्रशिक्षण विमान की लागत लगभग दो करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जो आयातित विमानों की तुलना में काफी कम है।