2.0kViews
1304
Shares
नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच मैसूर पाक के नाम को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा काफी तेज है। राजस्थान के जयपुर में कई मिठाइयों का नाम बदल दिया गया है। इस बीच एतिहासिक मैसूर पाक का नाम बदलकर मैसूर श्री कर दिया गया है। अब मैसूर पाक बनाने वाले शाही रसोइये के पोते ने इस मिठाई का नाम बदलने पर आपत्ति जताई है।
‘कोई दूसरा नाम नहीं हो सकता’
मैसूर महल की रसोई में पहली बार यह मिठाई बनाने वाले काकासुर मडप्पा के वंशज एस नटराज ने न्यूज18 के हवाले से कहा, ‘इसे मैसूर पाक कहें – इसका कोई दूसरा नाम नहीं हो सकता।’ उनके पोते ने आगे कहा, ‘जैसे हर स्मारक या परंपरा का अपना नाम होता है, वैसे ही मैसूर पाक का भी है। इसे बदला या गलत तरीके से पेश नहीं किया जाना चाहिए।’
कहां से आया ‘पाक’ शब्द?
‘पाक’ कन्नड़ शब्द पाका से आया है, जिसका अर्थ है चीनी की चाशनी और क्योंकि यह मिठाई मैसूर में बनाई गई थी, इसलिए इसे ‘मैसूर पाक’ कहा गया।
वहीं आम पाक का नाम बदलकर आम श्री कर दिया गया है, गोंड पाक का नाम बदलकर गोंड श्री कर दिया गया है और प्रतिष्ठित मैसूर पाक का नाम बदलकर मैसूर श्री कर दिया गया है।
दुकानें मिठाइयों का नाम क्यों बदल रही हैं?
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर नामक सैन्य अभियान के बाद यह कदम उठाया गया। यह बदलाव ‘पाक’ शब्द से बचने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है, दरअसल इस नाम को कुछ लोग पाकिस्तान से जुड़ा हुआ मानते हैं।