“दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” यानी DDLJ — वो फिल्म जो सिर्फ एक प्रेमकहानी नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा का आइकॉनिक चैप्टर बन चुकी है। शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी, यूरोप की वादियां, सरसों के खेत और रोमांस की मासूमियत — सबने मिलकर इसे हमेशा के लिए यादगार बना दिया।
हाल ही में अभिनेत्री काजोल ने एक खास इंटरव्यू में DDLJ की शूटिंग से जुड़ी कुछ अनसुनी और मजेदार यादें साझा कीं, जिन्हें सुनकर फैंस एक बार फिर उस जादुई दौर में लौट गए।
DDLJ के एक प्रसिद्ध दृश्य की शूटिंग के दौरान काजोल ने बताया कि वह बर्फ से ढकी पहाड़ी से लुढ़क गईं थीं।
“मैं गिर गई, लेकिन कैमरा बंद नहीं हुआ। और मजेदार बात ये कि उस गिरने को फिल्म में ही इस्तेमाल कर लिया गया!”
काजोल के इस गिरने का दृश्य आज भी फिल्म में मौजूद है और दर्शकों को हंसा देता है, लेकिन शूटिंग के समय यह पल काजोल के लिए शर्म और हंसी का मिश्रण था।
DDLJ की ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले कुछ दृश्यों के लिए काजोल को तबेले (गाय-भैंसों के बाड़े) में तैयार होना पड़ता था।
“वहां मेकअप करना तो दूर, साड़ी पहनना भी एक जंग जैसा था,” काजोल ने हंसते हुए बताया।
उन्होंने कहा कि उस समय न तो एयरकंडीशन वैनिटी वैन थीं, न आज जैसे प्रोफेशनल सेटअप — लेकिन फिर भी पूरे यूनिट में एक इमोशनल कनेक्शन और ऊर्जा थी, जिसने शूटिंग को खास बना दिया।
फिल्म की सफलता का राज: रियल इमोशन और ऑफस्क्रीन बॉन्डिंग
काजोल ने बताया कि सेट पर सभी लोग दोस्त जैसे थे।
आदित्य चोपड़ा, जो उस समय अपने निर्देशन की पहली फिल्म बना रहे थे, बेहद भावुक और जुनूनी थे।
शाहरुख खान के साथ काजोल की केमिस्ट्री सिर्फ ऑनस्क्रीन नहीं, बल्कि ऑफस्क्रीन भी दोस्ती और मस्ती से भरी थी।
“DDLJ सिर्फ एक फिल्म नहीं थी, वो हमारे जीवन का हिस्सा बन गई थी,” काजोल बोलीं।
काजोल ने कहा कि वह आज भी जब किसी सरसों के खेत के पास जाती हैं, तो फैंस उनसे वही पोज़ करने को कहते हैं — “पलट… पलट ना सिमरन!”
DDLJ की शूटिंग से जुड़ी काजोल की ये कहानियां दर्शाती हैं कि फिल्मों के पीछे सिर्फ कैमरा और डायलॉग ही नहीं होते — बल्कि पसीना, मुश्किलें, दोस्ती और बहुत सारी हंसी होती है। यही असली जादू है, जो एक फिल्म को यादगार बना देता है।