वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन गेंदबाजों के नाम रहा। जहां एक ओर वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी ढह गई, वहीं ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी की शुरुआत भी बेहद नाटकीय रही। कुल मिलाकर, दिन भर के खेल में 15 विकेट गिरे, और मुकाबला पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में झुकता नजर आया।
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का अंत 181 रनों की मजबूत बढ़त के साथ किया है और अब उनके पास टेस्ट जीतने का सुनहरा मौका है।
कैसे गिरे 15 विकेट? पूरा विश्लेषण
दिन की शुरुआत वेस्टइंडीज की पहली पारी से हुई, लेकिन उनकी बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी।
तेज गेंदबाज जोश हेज़लवुड और पैट कमिंस ने कमाल की लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी करते हुए 4-4 विकेट झटके।
वेस्टइंडीज के केवल दो बल्लेबाज ही 30 के पार पहुंच सके, बाकी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों की सटीक बाउंस और मूवमेंट के आगे लाचार दिखे।
हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन दूसरी पारी की शुरुआत भी आसान नहीं रही।
लेकिन फिर मार्नस लाबुशेन और ट्रैविस हेड ने साझेदारी बनाकर पारी को संभाला।
खेल के अंत तक ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट खोकर 113 रन बना लिए थे, और उनकी कुल बढ़त 181 रनों की हो चुकी है।
इन तीन कारणों से यह मैच अब पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में दिखाई दे रहा है। यदि तीसरे दिन वे 100 से अधिक रनों की और बढ़त बना लेते हैं, तो चौथी पारी में वेस्टइंडीज के लिए यह लक्ष्य हासिल करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
“हमारे गेंदबाज़ों ने बेहतरीन काम किया। हम चाहते हैं कि तीसरे दिन पिच के हिसाब से खेलें और बढ़त को निर्णायक बनाएं।”
“हमारी बल्लेबाज़ी लचर रही, लेकिन अब भी वापसी की उम्मीद है। तीसरे दिन के पहले घंटे में मैच की दिशा तय होगी।”
नज़र आगे पर: तीसरे दिन का प्लान
ऑस्ट्रेलिया की कोशिश होगी कि वो तेजी से रन बनाकर वेस्टइंडीज को मुश्किल लक्ष्य दे।
वेस्टइंडीज को चाहिए कि वो जल्द विकेट लेकर बल्लेबाजी के लिए समय बचाए, वरना मैच तीसरे ही दिन खत्म हो सकता है।
दूसरे दिन की खेल की कहानी में सिर्फ गेंदबाज़ों का बोलबाला रहा। दोनों टीमों की बल्लेबाजी संघर्ष करती दिखी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की गहराई और अनुभव ने उन्हें स्पष्ट बढ़त दिलाई। तीसरे दिन अगर वेस्टइंडीज ने चमत्कार नहीं किया, तो ये टेस्ट जल्द ही ऑस्ट्रेलिया की झोली में जा सकता है।