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फिरोजाबाद
नई दिल्ली से हावड़ा जा रही पूर्वा एक्सप्रेस में गुरुवार देर शाम रेलवे पुलिस ने तस्करी कर ले जाई जा रही अंग्रेजी शराब काफी मात्रा में बरामद की है।
इसे इलेक्ट्रॉनिक सामान के बीच में छिपाकर ले जाया जा रहा था। माना जा रहा है कि ये शराब को बिहार चुनाव में खपाने के लिए जा रही थी। आरपीएफ ने ट्रेन के ही तीन कोच अटेंडेंट को तस्करी करने के आरोप में पकड़ा है।
यह है पूरा मामला
ट्रेन में चल रहे टूंडला हेडक्वार्टर की आरपीएफ एस्कॉर्ट के एसआई रामप्रकाश व कांस्टेबल आरपी मीना को कोच संख्या वातानुकूलित ए-1 व ए-2 में रखे सामानों पर शक हुआ। उन्होंने चेक किया तो कोच में रखे जाने वाले कंबल, चादरों की अलमारी में संदिग्ध कार्टून व अन्य सामान दिखाई दिया।
इस पर मुख्य टिकट निरीक्षक कुलदीप कुमार के साथ आरपीएफ एस्कॉर्ट ने उन्हें चेक किया तो उसमें इलेक्ट्रॉनिक सामानों के बीच अंग्रेजी शराब का जखीरा दिखाई दिया। उन्होंने कमर्शियल स्टाफ व टूंडला रेलवे सुरक्षा बल को इसकी जानकारी दी।
ट्रेन रात 8.20 बजे टूंडला स्टेशन पहुंची तो सीएमआई मनोज कुमार के निर्देशन में जीआरपी प्रभारी अमित कुमार व आरपीएफ कंपनी कमांडर अमित चौधरी ने फोर्स के साथ दोनों कोचों को घेर लिया।
इसके बाद शराब उतारने के साथ नितेश पासवान निवासी विद्यावती हुगली पश्चिम बंगाल, मोनू कुमार निवासी गया और दमन कुमार निवासी मुंगेर बिहार को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए सामान में 12 कार्टन, तीन बैग, दो बोरी व दो अन्य पॉलिथीन के बैग हैं। आरपीएफ कंपनी कमांडर का कहना है कि पकड़ी गई शराब कितनी है, इसकी अभी काउंटिंग नहीं हुई है। पकड़े गए आरोपी कोच अटेंडेंट हैं।
दिल्ली से बिहार के मंत्री का सामान बताकर रखवाया
पूर्वा एक्सप्रेस में शराब सहित पकड़े गए कोच अटेंडेंट ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि नई दिल्ली पर उन्हें यह सामान कुछ लोगों ने बिहार के एक बड़े मंत्री का बताया था। सामान में दवाइयां बताई गईं थीं। उन्हें पैसों का लालच दिया गया था। तीनों को पांच-पाच हजार रुपये माल लेने वाले देते हैं। इसे झारखंड के जसीडीह स्टेशन पर उतारना था।