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कौशांबी
भरवारी के भवंस मेहता विद्याश्रम परिसर में गुरुवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अग्नि वेदी को साक्षी मानकर 298 जोड़े दांपत्य सूत्र बंधन में बंधे। इस दौरान बड़ी संख्या में वर-वधू के स्वजन व जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।
आकर्षण का केंद्र रहे बौने दूल्हा दुल्हन
इस शादी समारोह में तीन फीट का दूल्हा जितेंद्र कुमार पटेल पुत्र शंकर लाल निवासी गोपाल सिंह का पुरवा, मझिलगांव कुंडा प्रतापगढ़ जोकि मुंबई में रहकर फल का काम करता था। वह अपनी ढाई फीट की दुल्हन हीरामणि पटेल पुत्री अरुण कुमार पटेल निवासी बहरिया भरवारी से शादी करने के लिए मुंबई से फ्लाइट से आया था। दूल्हे के भाई राजेंद्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को ही फ्लाइट से भाई शादी करने आया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों के विवाह, विधवा व तलाकशुदा महिला के पुनर्विवाह में सहायता करने के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी युगल के विवाह पर एक लाख रुपये की धनराशि व्यय की जाती है।
इसी योजना के तहत गुरुवार को भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी में मुख्यमंत्री विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 312 वर-वधू ने रजिस्ट्रेशन कराया था। हिंदू, मुस्लिम समेत 298 जोड़ों ने हिस्सा लेकर अग्नि वेदी को साक्षी मान परिणय सूत्र बंधन में बंधे।
हिंदू जोड़ों ने विद्वान पंडितों की ओर से कराए गए समस्त संस्कारों को पूरा करते हुए एक दूसरे के हुए। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद भरवारी कविता पासी, मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, जिला समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण नवदंपत्तियों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं।
वरदान साबित हो रही मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और पिछड़े वर्ग की लड़कियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत दांपत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना के लिए कन्या के खाते में सहायता राशि प्रदान की जाती है।