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मुजफ्फरपुर
परिमार्जन के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में कटरा अंचल में कार्यरत राजस्व कर्मचारी को जिलाधिकारी ने सोमवार को निलंबित कर दिया।
साथ ही अंचलाधिकारी कटरा को विभागीय कार्यवाही का संचालन करने के लिए प्रपत्र क गठित करते हुए डीसीएलआर के माध्यम से प्रस्ताव भेजने को कहा है।
दरअसल पिछले दिनों राजस्व कर्मचारी रंजीत कुमार का एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के संज्ञान में यह मामला पहुंचा।
उन्होंने एसडीओ पूर्वी अमित कुमार को जांच कर रिपोर्ट देने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने राजस्व कर्मचारी को बुलाकर पूछताछ भी की।
छानबीन में मामला सही पाए जाने पर जिलाधिकारी को उसके विरुद्ध रिपोर्ट भेज दी गई। इस आडियो में परिमार्जन करने के लिए आवेदक से सात हजार रुपये घूस देने की मांग करने से संबंधित स्पष्ट साक्ष्य है। इसी आधार पर उसे निलंबित कर दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी कामकाज पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी एवं जवाबदेही से करना है। इसमें अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विशेष अभियान चलाकर भूमि संबंधित कार्यों का करें निष्पादन
जिलाधिकारी ने कहा कि दाखिल खारिज, परिमार्जन प्लस, एलपीसी आदि कार्यों का निष्पादन विशेष अभियान चलाकर करें। उन्होंने अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक प्राप्त आवेदन और निष्पादन की समीक्षा भी की।
इस दौरान पाया कि दाखिल खारिज के लिए प्राप्त कुल आवेदन 81 हजार 14 जबकि निष्पादित आवेदन की संख्या एक लाख 17 हजार 986 है जो 145.64% है।
इसमें पूर्व से लंबित आवेदनों की संख्या भी है। उन्होंने निष्पादन की गति तेज करने का निर्देश दिया। विदित हो कि अब तक इसमें लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी के द्वारा कांटी, मीनापुर, कुढ़नी एवं मोतीपुर के राजस्व कर्मचारी को निलंबित किया जा चुका है।
जबकि मीनापुर सीओ और राजस्व अधिकारी पर आर्थिक दंड लगाया गया। मुशहरी और कांटी सीओ से स्पष्टीकरण करते हुए कई अधिकारी व कर्मियों का वेतन बंद किया गया है।