गर्मी की छुट्टी में हिमाचल और उत्तराखंड जाने का प्लान
वजीरपुरा स्थित सेंट फेलिक्स स्कूल के बाहर अभिभावक विकास माधव और रोहित सकलेचा आपस में चर्चा कर रहे थे कि अब ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो चुका है। ऐसे में एक दो दिन में हिमाचल या उत्तराखंड जाने की योजना है। कश्मीर में माहौल थोड़ा अशांत होने के कारण फिलहाल वहां जाने का इरादा नहीं है। लेकिन कम से कम पांच से सात दिन के लिए पहा़ड़ों पर समय परिवार के साथ समय बिताएंगे। अवकाश से पूर्व अंतिम दिन अधिकांश स्कूलों में औपचारिक पढ़ाई नहीं हुई, बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रम, ड्राइंग-पेंटिंग, आर्टवर्क, संगीत प्रतियोगिता, खेल गतिविधियां जैसे कार्यक्रम हुए।
शिक्षकों ने छुट्टियों को उपयोगी बनाने के दिए सुझाव
धार्मिक यात्राओं की बन रही योजना
ग्रीष्मकालीन अवकाश से आशय आराम, मस्ती और परिवार के साथ समय बिताने से होता है। बच्चे जहां गर्मी की छुट्टियों को लेकर उत्साहित हैं। वहीं कई परिवार तीर्थ यात्रा और पर्यटन स्थलों पर जाने की योजना बना रहे हैं। कश्मीर को छोड़कर मसूरी, नैनीताल, मनाली, शिमला जैसे हिल स्टेशन इस बार उनकी पहली पसंद हैं। वहीं तमाम लोग तीर्थ व धार्मिक स्थलों जैसे केदारनाथ, तुंगनाथ, पंच केदार, वैष्णो देवी, हरिद्वार, प्रयागराज आदि की यात्रा पर जाने का मन बना रहे हैं।
समर कैंप में लिया प्रवेश, सीख रहे नई विधा
वहीं कई परिवारों ने बच्चों को इन ग्रीष्मकालीन अवकाश में नई विधा सिखाने की तैयारी के लिए उन्हें समर कैंप भेजना प्रारंभ कर दिया है, जहां वह तैराकी, डांस, संगीत, ताइक्वांडो, खेल व कला जैसी गतिविधियों के माध्यम से नई विधा सीख रहे हैं। सबसे अधिक जोर शूटिंग, तैराकी, नृत्य, संगीत, वैदिक गणित, अबेकस, ताइक्वांडो, बैडमिंटन आदि सीखने पर दिया जा रहा है।
परिषदीय विद्यालयों में 20 से होंगे अवकाश
वहीं जिले के परिषदीय विद्यालयों में इस वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश 20 मई से प्रारंभ होकर 15 जून तक रहेंगे। इसके बाद 16 जून से शिक्षकों को विद्यालय आना होगा।