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लखनऊ
चीनी उद्योगों की चुनौतियों को कम करने के लिए बिजनेस मॉडल पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 14 मई बुधवार को लखनऊ को होगा। जिसमें गन्ना की नई किस्मों के विकास, सटीक खेती, मशीनीकरण, कृत्रिम बुद्धिमता और मशीन लर्निंग के उपयोग के माध्यम से गन्ना उत्पादन बढ़ाने पर चर्चा होगी।
यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन लखनऊ और ग्रीनटेक कंसल्टेंट्स कानपुर द्वारा संयुक्त रूप इस आयोजित इस सम्मेलन में देश के चीनी उत्पादक राज्यों के साथ ही थाईलैंड, नेपाल, वियतनाम, श्रीलंका जैसे देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। प्रमुख सचिव गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग वीना कुमारी और गन्ना आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय भी सम्मेलन में शामिल होंगे।
यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन के महासचिव दीपक गुप्तारा ने बताया है कि सम्मेलन के सत्रों में अनुसंधान संस्थान, उद्योग, नीति निर्माता व वैज्ञानिक शिरकत करेंगे। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के पूर्व निदेशक और सम्मेलन के मुख्य आयोजक प्रो. नरेंद्र मोहन ने कहा है कि विशेषज्ञ घरेलू और वैश्विक चीनी संतुलन, गन्ना उत्पादन में मापनीय कमी को देखते हुए इथेनॉल मिश्रण की आवश्यकता से निपटने के प्रयासों और अगले पेराई सत्र के दौरान इथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी के डायवर्जन सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
भारतीय चीनी मानकों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ सामंजस्य स्थापित करने पर भी चर्चा होगी। अत्याधुनिक तकनीक पर महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया जाएगा। यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष समीर सिन्हा ने कहा है कि भविष्य के ईंधन जैसे टिकाऊ विमानन ईंधन और हरित हाइड्रोजन की तकनीकों और अर्थशास्त्र पर भी चर्चा की जाएगी।