1438
Shares
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान सेना के पूर्व सैनिकों और रक्षा विशेषज्ञों ने पड़ोसी मुल्क को चेतावनी दी है। रक्षा विशेषज्ञ संजीव श्रीवास्तव और सेना के दिग्गजों ने चेतावनी दी है कि इस्लामाबाद द्वारा तनाव को और बढ़ाने से विनाशकारी परिणाम सामने आ सकते हैं, जिसमें पाकिस्तान का बंटवारा भी शामिल है।
संजीव श्रीवास्तव ने कहा, ‘यदि घोषित युद्ध शुरू होता है तो इससे पाकिस्तान के टुकड़े हो सकते हैं। पाकिस्तान में आंतरिक परिस्थितियां पहले से ही खराब हैं, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान में स्वतंत्रता की मांग बढ़ रही है। पाकिस्तान राजनीतिक रूप से अस्थिर और आर्थिक रूप से दिवालिया है। ऐसी परिस्थितियों में, युद्ध की ओर बढ़ने से इसका पूर्ण विनाश और इसका अस्तित्व समाप्त हो सकता है।’
‘युद्ध के कगार पर हैं हालात’
संजीव श्रीवास्तव ने आगे कहा, भारत ने ड्रोन हमलों, मिसाइल हमलों और हवाई हमलों सहित पाकिस्तान की कार्रवाइयों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। ये जवाबी कार्रवाई नपी-तुली की गई है। हालांकि, स्थिति अब पूर्ण पैमाने पर युद्ध के कगार पर है। अगर पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतें जारी रखता है, तो भारत युद्ध का एलान करने के लिए मजबूर हो सकता है, उन्होंने चेतावनी दी।
पाकिस्तानी हमले को किया विफल
संजीव श्रीवास्तव ने भारत की तरफ से S-400 जैसी मिसाइल वायु रक्षा प्रणालियों के सफल इस्तेमाल का भी उल्लेख किया और दावा किया कि पाकिस्तानी हवाई हमलों को ‘पूरी तरह से विफल’ कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय जवाबी हमलों ने पाकिस्तान के अंदर चीन द्वारा निर्मित रक्षा प्रतिष्ठानों को भी नष्ट कर दिया।
‘अब भारत को तेजी से देना होगा जवाब’
रिटायर्ड ब्रिगेडियर विजय सागर धीमान ने भी इसके मद्देनजर एक पोस्ट किया था। उन्होंने कहा, क्योंकि पाकिस्तान ने लगातार दो रातों से हमला किया है, कल रात उसने जम्मू, पंजाब और यहां तक कि राजस्थान को निशाना बनाकर तीन-तरफा ड्रोन हमला किया है, इसलिए भारत को अब तेजी से जवाब देना चाहिए। मैंने जम्मू हवाई अड्डे पर हमले के प्रयास को स्वयं देखा है।
भारत ने पाकिस्तान के 50 से ज्यादा ड्रोन गिराए
विजय सागर धीमान ने आगे ये भी कहा-हाल ही में हुए हमले में 50 से ज्यादा ड्रोन मार गिराए गए। यह भारत की तैयारियों को दर्शाने का साथ ही पाकिस्तान की लगातार आक्रामकता को भी उजागर करता है। सभी मोर्चों पर प्रतिक्रिया का समय आ गया है। मेजर जनरल के.के. सिन्हा (सेवानिवृत्त) ने इस बार में कहा कि भारत ने ‘मुजफ्फराबाद से बहावलपुर तक 1,000 किलोमीटर से ज़्यादा की दूरी तक फैले नौ प्रमुख स्थानों को निशाना बनाया है।