अमरुल्लाह सालेह का बयान
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “भारत ने अपने दुश्मन के खिलाफ इलेक्ट्रिक चेयर का इस्तेमाल करने की बजाए उसके गले में एक लंबी रस्सी डाल दी है।” इस बयान से अमरुल्लाह कहना चाहते हैं कि भारत अपने दुश्मन को बिजली के एक झटके से मारने की बजाए तिल-तिलकर सजा दे रहा है।”
पहलगाम हमले पर दिया था बयान
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब अमरुल्लाह ने पाकिस्तान के खिलाफ बयान दिया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब दुनिया भर के लोग इसकी कड़ी निंदा कर रहे थे, तब भी अमरुल्लाह ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था, “आतंकवाद के खिलाफ इन खोखली सांत्वना पर यकीन करना बेवकूफी होगी। जब आप सचमुच आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे तो इनमें से कई लोग अपने हाथ पीछे खींच लेंगे और कुछ लोग अपने फायदे के लिए उसी आतंकवाद का समर्थन भी करेंगे।”
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से पूछा था सवाल
हाल ही में पाकिस्तना के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने अमेरिका के पैसों पर आतंकवाद को जन्म देने की बात कबूली थी। ख्वाजा आसिफ के इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए अमरुल्लाह ने कहा था-
मेरा सवाल यह है कि क्या आपने इस कॉन्ट्रैक्ट को किसी नए ग्राहक के साथ साइन किया है या फिर पुराने ग्राहक के साथ ही कॉन्ट्रैक्ट दोबारा रीन्यू करवाया गया है?
बता दें कि अमरुल्लाह सालेह अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत से ताल्लुक रखते हैं। बेहद कम उम्र में वो परिवार से अलग बिछड़ गए और अहमद शाह मसूद की अगुआई में एंटी-तालिबानी मूवमेंट का हिस्सा बन गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान ने अमरुल्लाह को कई जख्म दिए हैं।
तालिबान के खिलाफ
1996 में उनकी बहन को मौत के घाट उतार दिया गया था, तभी से अमरुल्लाह तालीबान के खिलाफ हो गए थे। अफगानिस्तान में तालिबान के द्वारा तख्तापलट करने से पहले अमरुल्लाह सालेह अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं।