जयपुर |
जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में चल रही प्रदीप मिश्रा की कथा तीसरे दिन शनिवार को एक बार रोक दी गई थी। इसके बाद कथावाचक प्रदीप मिश्रा, कलेक्टर जितेंद्र सोनी, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के बीच 1 घंटे तक वार्ता चली। वार्ता के बाद प्रदीप मिश्रा ने वीडियो जारी कर बताया कि प्रशासन से सहमति बन गई है, कथा रविवार से फिर जारी रहेगी।
वहीं रविवार से कथा के समय में भी बदलाव किया गया है। अब कथा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक होगी। इससे पहले दिन में प्रदीप मिश्रा ने मंच से कथा रोकने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था- इससे बड़ी कथा हमने यूपी में की थी, वहां का प्रशासन पूरी तरह सहयोगी था, लेकिन जयपुर में हमें ऐसा समर्थन नहीं मिला।
कथा 1 मई को शुरू हुई थी और 7 मई तक चलनी है। आयोजन समिति के सचिव अनिल संत ने बताया था कि- पुलिस ने आयोजन में सहयोग करने की बजाय लगातार अड़चनें खड़ी कीं। हमारी ओर से पूरी व्यवस्थाएं थीं, लेकिन पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रास्ते बंद कर दिए थे। यहां तक कि पुलिस ने अपने लोगों को कथास्थल पर आगे की पंक्तियों में बैठा दिया। हमारे स्वयंसेवकों को अंदर नहीं जाने दिया।
भक्त कथा पांडाल नहीं पहुंचे, घर बैठकर लाइव कथा सुने कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा- मैं जयपुर और आस-पास के इलाकों से आने वाले भक्तों से अपील करना चाहूंगा कि आप इस कथा को घर पर बैठकर ही लाइव सुने। कथा पांडाल की एक सीमा है। आप सभी का भगवान शिव के प्रति अपार स्नेह है। आयोजकों ने भी पूरी व्यवस्थाएं की है, लेकिन अपेक्षा से अधिक भक्त आ चुके हैं। ऐसे में सभी को सहयोग करना चाहिए। अभी आप सब से बड़ा सहयोग यही रहेगा कि आप घर पर ही बैठकर लाइव कथा सुने।
कलेक्टर बोले थे- हमने कथा रद्द करने के आदेश नहीं दिए जयपुर कलेक्टर जितेंद्र सोनी का कहना है कि हमारी तरफ से कोई आदेश कथा को रद्द करने के नहीं दिए हैं। हमने तो प्रशासन की टीम लगाकर वहां की व्यवस्थाओं को संभालने का काम किया है।
कथा के दो दिन प्रदीप मिश्रा ने क्या-क्या कहा…
बाहर का पहनावा राजस्थान में न लाएं बेटियां कथा के पहले दिन 1 मई को प्रदीप मिश्रा ने कहा था- मैं आज राजस्थान की भूमि पर जयपुर से अपनी बेटियों को कहना चाहूंगा कि आप पहनावे का बहुत ध्यान रखें। आप कितने भी बड़े और विकासशील हो जाएं। आप बाहर की सभ्यता और बाहर का पहनावा राजस्थान में मत लेकर आना।
लड़कियों की नाभि ढकी रहेगी, सुरक्षा बनी रहेगी कथा के दूसरे दिन प्रदीप मिश्रा ने कहा था- अगर तुलसी के पौधे की जड़ दिखने लगे तो वह पौधा मर जाता है। वैसे ही लड़कियों की नाभि भी शरीर की जड़ है। उसे वस्त्र (कपड़े) से ढककर रखना चाहिए। जितना ढका रहेगा, उतनी सुरक्षा बनी रहेगी। आज के समय में अपराध क्यों बढ़ रहे हैं? इसका कारण पहनावा है। दुनिया की कोई सरकार या प्रशासन क्राइम नहीं रोक सकता, उसे घर के संस्कार ही रोक सकते हैं। विद्याधर नगर स्टेडियम में सात दिवसीय शिवमहापुराण कथा के दूसरे दिन प्रदीप मिश्रा ने ये बात कही
हाईटेक पांडाल बनाया था विद्याधर नगर स्टेडियम के पीछे 400×700 फीट के तीन और 60×600 फीट का एक पांडाल तैयार किए गए थे। इस पंडाल की कुल क्षमता 1.5 लाख लोगों की थी। पांडाल को स्पेशल जर्मन टेक्नोलॉजी के जैक सिस्टम से बनाया गया था, जो 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली आंधी और बारिश को भी झेल सकता था।