नर्मदापुरम|
नर्मदापुरम पुलिस लाइन में पदस्थ दो दिन से लापता कॉन्स्टेबल का शव शनिवार को नर्मदा नदी में मिला। इससे पहले घाट किनारे उसके कपड़े, फोन और गाड़ी मिली थी। डूबने की आशंका के चलते पोस्टऑफिस घाट पर उनकी तलाशी के लिए नदी में दो दिन से रेस्क्यू जारी था। शुक्रवार दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक टीम खोजती रही और शनिवार को सुबह 6 बजे से दोबारा रेस्क्यू शुरू किया। दोपहर 12.15 बजे उसका शव नदी से बरामद किया गया।
घटना शुक्रवार सुबह की बताई जा रही है। आरक्षक पोस्ट ऑफिस घाट की तरफ एक सीसीटीवी कैमरे में जाते दिख रहा है। कॉन्स्टेबल के पुलिस लाइन ऑफिस नहीं आने व मोबाइल कॉल रिसीव नहीं करने पर दोपहर 1.30 बजे मामला उजागर हुआ। जिसके बाद उसकी खोजबीन शुरू की।
6 महीने पहले ट्रांसफर होकर नर्मदापुरम आए आरआई स्नेहा चंदेल के मुताबिक आरक्षक अरुण उइके (27) है। जो 6 महीने पहले ही रेल पुलिस इंदौर से ट्रांसफर होकर पुलिस लाइन नर्मदापुरम में आए। अरुण अकेले ही सरकारी आवास पर रहते थे। शुक्रवार सुबह 10 बजे सभी जवान, कर्मचारी ड्यूटी पर आते हैं। आरक्षक अरुण आज सुबह 11 बजे तक नहीं आए। अनुपस्थित रहने से साथियों ने उन्हें कॉल किया तो रिसीव नहीं हुआ। लगातार कई बार उन्हें कॉल किया गया लेकिन रिसीव नहीं हुआ। कर्मचारी को उनके सरकारी आवास पर भेजा गया, जहां ताला लगा मिला।
रोजाना घाट नहाने जाता था उसके बाद उनकी खोजबीन शुरू हुई। जानकारी मिली कि रोजाना वो घाट नहाने जाता था इसलिए स्टाफ पोस्ट ऑफिस घाट देखने पहुंचा। घाट पर उसकी बाइक खड़ी मिली। नीचे जाकर देखा तो कपड़े और मोबाइल रेत पर रखा था।
तैरना सीख रहा था आरक्षक, विवेकानंद घाट पर जाता था
साथी बाहर गया था, इसलिए अकेला घाट पहुंचा आरक्षक अरुण के जीजा पीयूष ने बताया- अरुण अक्सर नहाने के लिए एक साथी के साथ विवेकानंद घाट पर आता था। अरुण नदी में तैरना भी सीख रहा था। शुक्रवार को उसका साथी कहीं बाहर गया था। इसलिए वो अकेला ही पोस्ट ऑफिस घाट आ गया। घाट पर आने वाले रास्ते के सीसीटीवी फुटेज में भी वो दिख रहा है।