मुरैना|
ग्वालियर और मुरैना के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने राजस्थान के धौलपुर में भ्रूण लिंग परीक्षण और अवैध गर्भपात के गिरोह को पकड़ा है। फर्जी डॉक्टर पंकज तिवारी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी मुरैना का निवासी है और लिंग परीक्षण के लिए पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन का इस्तेमाल करता था।
उसके साथ एक अन्य को भी हिरासत में लिया है।
ग्वालियर की समाजसेविका मीना शर्मा को मुरैना जिले में भ्रूण लिंग परीक्षण और अवैध गर्भपात का रैकेट चलने की सूचना मिली थी। उन्होंने इसकी शिकायत संभाग आयुक्त से की। इसके बाद ग्वालियर की डॉ. बिंदु सिंघल, डॉ. रश्मि मिश्रा, डॉ. प्रबल प्रताप सिंह और मुरैना की डॉ. अनुभा माहेश्वरी व डॉ. संजय जोशी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
परीक्षण कराने 20 हजार रुपए मांगे टीम ने मामले की तह तक जाने के लिए एक योजना बनाई। मुरैना की आशा कार्यकर्ता सुनीता जाटव, जो इस अवैध काम में दलाली करती थी, से संपर्क किया गया। सुनीता ने भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए 20 हजार रुपए मांगे, लेकिन सौदा 18 हजार में तय हुआ।
इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायता से एक गर्भवती महिला को इस योजना में शामिल किया गया। टीम की सदस्य डॉ. रश्मि मिश्रा को उस महिला की ननद बनाकर भेजा गया ताकि संदेह न हो।
मारुति शोरूम के सामने रोकी कार सुनीता जाटव गर्भवती महिला और डॉ. रश्मि मिश्रा को कार में बैठाकर धौलपुर ले गई। धौलपुर के पास मारुति शोरूम के सामने कार रोकी गई, जहां आरोपी पंकज तिवारी पहले से मौजूद था। उसने अपनी कार में गर्भवती महिला को बुलाया और वहीं पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से भ्रूण लिंग परीक्षण कर दिया। इसके बदले में सुनीता ने पंकज तिवारी को पांच हजार रुपए दिए।
महिला डॉक्टर पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास जैसे ही लिंग परीक्षण हुआ, पहले से सतर्क ग्वालियर और मुरैना की टीम ने तुरंत कार की घेराबंदी की और पंकज तिवारी को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन उसने मौके से भागने की कोशिश करते हुए महिला डॉक्टरों पर ही गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। इस हमले में डॉक्टर बाल-बाल बचीं। अंततः टीम ने कार के शीशे तोड़कर गर्भवती महिला को सुरक्षित बाहर निकाला।
सिविल लाइन थाने लाया गया इस बीच, सुनीता जाटव 13 हजार रुपए लेकर मौके से फरार हो गई। पंकज तिवारी और उसके ड्राइवर को पकड़कर धौलपुर के सिविल लाइन थाने लाया गया। उन पर पीसीपीएनडीटी एक्ट (पूर्व प्रसव निदान तकनीक निषेध अधिनियम) की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि इस अवैध गतिविधि से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।