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पीलीभीत
टाइगर रिजर्व के जंगल में एक बाघ ने अजगर का शिकार कर कुछ हिस्सा खा लिया। इसके बाद बाघ असहज महसूस करने लगा। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने तुरन्त संज्ञान ले लिया। वहां पर कैमरे लगाकर बाघ की निगरानी शुरू कर दी गई है।
गुरुवार को सायं एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हुआ। यह वीडियो में टाइगर रिजर्व के पर्यटन क्षेत्र के पक्की पटरी मार्ग का बताया जा रहा है। बताते हैं कि बृहस्पतिवार सुबह पहली शिफ्ट के दौरान कुछ सैलानियों ने बाघ के इस नजारे को कैमरे में कैद कर लिया।
उल्टी करते दिखा बाघ
वीडियो में बाघ एक अजगर को मारकर खाते हुए दिखाई दिया। अजगर का कुछ हिस्सा खाने के बाद असहज बाघ उल्टी करते हुए दिख रहा है। टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने संबंधित क्षेत्र में कैमरे लगाकर बाघ की निगरानी शुरू करवा दी है।
टाइगर रिजर्व के जंगल में बढ़ रहा बाघों का कुनबा
टाइगर रिजर्व के जंगल में अनुकूल वातावरण के साथ ही सुरक्षा एवं संरक्षण बेहतर किए जाने के बाद बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। पिछले दिनों जंगल में विभिन्न स्थानों पर चार बाघिन के साथ 11 शावक घूमते देखे गए हैं।
महज चार वर्षों में यहां बाघों की संख्या दोगुणी से अधिक हो जाने पर वर्ष 2020 में टाइगर रिजर्व को टी एक्स-टू ग्लोबल अवार्ड प्राप्त हो चुका है। वर्ष 2014 जून में जब यहां के जंगल को पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था, तब यहां पर बाघों की संख्या में तेजी के साथ गिरावट आ रही थी।
पहले 35 बाघ थे लेकिन संख्या घटकर 24 रह गई थी। टाइगर रिजर्व बनने के बाद सुरक्षा, संरक्षण के साथ ही अनुकूल वातावरण मिलने की वजह से बाघों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की ओर से वर्ष 2018 में कराई गई गणना में यहां 65 बाघ होने की पुष्टि हुई थी। यह अपने में काफी बड़ी उपलब्धि रही।
ऐसे में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के परिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता प्रमुख मिंडोरी पैक्सटन की ओर से टाइगर रिजर्व को महज चार वर्षों में बाघों की संख्या दोगुणी से अधिक करने पर पहला ग्लोबल अवार्ड टी एक्स-टू प्रदान किया गया था।
इसके बाद अप्रैल 2023 में बाघ आवास एवं वन्यजीव गलियारा प्रबंधन के क्षेत्र में यहां बेहतर कार्य होने पर अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी समिति की ओर से सीए, टीएस अनुमोदन प्रदान किया गया। कई दिन पहले जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को महोफ गेट से शुरू होने वाले जंगल मार्ग पर चार शावकों के साथ बाघिन दिखी।
इसके अलावा चूका स्थल के निकट जंगल में दो शावकों के साथ एक अन्य बाघिन देखी गई। तीसरी बाघिन मृगनयनी ताल के आसपास तीन शावकों के साथ दिखी। एक अन्य बाघिन को गत दिवस दो शावकों के साथ पर्यटकों ने जंगल में विचरण करते देखा। इस तरह से विभिन्न स्थानों पर कुल 11 शावक अपनी अपनी मां के साथ दिख चुके हैं।