दिल्ली में कितने हैं प्राइवेट स्कूल?
दिल्ली पैरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा, “1677 निजी स्कूल दिल्ली में हैं। इनमें 335 ऐसे थे, फीस बढ़ाने से पहले शिक्षा निदेशालय की अनुमति लेनी होती थी। शेष स्कूलों को रोकने के लिए कोई तरीका नहीं था। यह 335 स्कूलों ने पिछले दिनों कोर्ट से स्टे ले लिया। अब मनमानी तरीके से फीस बढ़ा रहे हैं।”
स्कूल पर लगाम के लिए लाना होगा नया कानून
एक स्कूल पर जांच बैठाने से स्कूलों की ओर से किए जा रहे करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश नहीं होगा। नए कानून लाने होंगे और स्कूलों को नियमों के दायरे में लानाा होगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में 100 प्रतिशत से अधिक फीस बढ़ चुकी है। अभिभावकों को बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो गया है।
पांच साल में कितनी बढ़ी फीस?
उन्होंने कहा, “द्वारका के नामी स्कूल ने पांच सालों में 7,785 से फीस बढ़ाकर 16 हजार रुपये कर दी है। शिक्षा निदेशालय से इसकी कोई स्वीकृति नहीं ली गई है। 1973 के एक अधिनियम के तहत जिन स्कूलों को निदेशालय ने जमीन आवंटित की हैं। वह बगैर उनकी स्वीकृति के फीस बढ़ोतरी नहीं कर सकते, लेकिन कोई नियम इन स्कूलों पर नहीं चल रहा है।”