शिकायत में सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर ने आरोप लगाया था कि आवासीय परिसर में मरम्मत कार्य करने की अनुमति के बदले एएसआई रिश्वत मांग रहा था। रिश्वत देने के लिए तैयार न होने पर एएसआई ने जब काम रुकवा दिया था, तब शिकायतकर्ता ने एसएचओ से भी मुलाकात कर गुहार लगाई थी, तब एसएचओ ने उन्हें एएसआई से ही मिलने के लिए कहा था।

चार लाख में हुई थी डील

14 अप्रैल को एएसआई ने शिकायतकर्ता को रिश्वत के साथ बुलाया था। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के साथ एक पैन ड्राइव भी उपलब्ध कराई, जिसमें बताया गया है कि रिश्वत की मांग के संबंध में मॉडल टाउन के विभिन्न पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग है।

विजिलेंस यूनिट ने साक्ष्य मिलते ही तुरंत कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी। शाम करीब 6.30 बजे एएसआई सुदेश ने शिकायतकर्ता को थाने की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में बुलाकर जैसे ही रिश्वत की रकम प्राप्त की, विजिलेंस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करने के बाद एएसआई को रिमांड पर लिया गया है। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट पिछले साल जनवरी से इस साल 15 अप्रैल तक 14 पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर चुकी है।

पुलिस की अपील, ऐसे मामलों में तुरंत करें शिकायत

  • दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा अधिकार के दुरुपयोग से संबंधित कोई भी शिकायत सतर्कता हेल्पलाइन नंबर-1064 या 011-23417995, 9910641064 (वाट्सएप) पर साझा करें। वे बाराखंभा रोड पर दिल्ली पुलिस सतर्कता यूनिट के कार्यालय में भी आकर शिकायत दे सकते हैं।
  • नागरिकों द्वारा साझा की गई जानकारी का तुरंत सत्यापन किया जाता है और उचित कानूनी कार्रवाई की जाती है। शिकायतकर्ता की पहचान सुरक्षित रखी जाती है। नागरिक चाहे वे आपराधिक मामलों में पीड़ित हों या आरोपित, उनके साथ उचित और निष्पक्ष व्यवहार करने का उनका कानूनी अधिकार है।
  • किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा कानून के अधिकार का कोई भी दुरुपयोग तुरंत दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई को सूचित किया जाना चाहिए, ताकि ऐसे दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके।