बिना अनुमति निकाली रैली
कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश
कछार जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नुमाल महत्ता का कहना है कि रैली बिना अनुमति के निकाली गई थी। पंचायत चुनाव की वजह से आदर्श आचार संहिता लागू है। इस कारण रैली की अनुमति लेना जरूरी था। जब हमें सूचना मिली तो हम मौके पर पहुंचे और भीड़ को तितर-बितर किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की। मगर समय रहते हालात को काबू कर लिया गया।
इलाके में सुरक्षाबल तैनात
कानून के खिलाफ अदालत पहुंचे कई सांसद
वक्फ संशोधन कानून को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिल चुकी है। विपक्षी दलों के कई नेताओं ने कानून के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद और इमरान प्रतापगढ़ी, आप विधायक अमानतुल्ला खान और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख व सांसद चंद्रशेखर आजाद ने वक्फ अधिनियम के खिलाफ अदालत का रुख किया है।
असम में लागू है आचार संहिता
असम में दो चरणों में 2 मई और 7 मई को 2 पंचायत चुनाव होंगे। मतगणना 11 मई को होगी। असम सरकार के मुताबिक प्रदेश में 21 जिला परिषद, 185 आंचलिक पंचायत और 2202 ग्राम पंचायत हैं। राज्य चुनाव आयोग ने कुल 6981 उम्मीदवारों के नामांकन को स्वीकार किया है। चुनाव कार्यक्रम के एलान के बाद 2 अप्रैल से असम में आदर्श आचार संहिता लागू है।