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बेतिया
अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध अनुसंधान विभाग) पारसनाथ ने शनिवार को पुलिस केंद्र के सभागार में पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।
बैठक में चंपारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय, एसपी डॉ. शौर्य सुमन मौजूद रहे। विभिन्न अनुमंडलों के एसडीपीओ, अंचलों के पुलिस निरीक्षक और पर्यवेक्षी पुलिस पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए।
डिजिटलीकरण पर जोर
बैठक में एडीजी ने पुलिस महकमें के डिजिलाइजेशन पर जोर दिया। पुलिस महकमें को दो माह में पूरी तरह डिजिलाइजेशन करने का निर्देश दिया।
डिजिटल साक्ष्य का महत्व
एडीजी ने कहा कि किसी भी कांड के जांच के दौरान डिजिटल साक्ष्य काफी महत्वपूर्ण है। अपराधियों को सजा दिलाने में डिजिटल साक्ष्य कि अहम भूमिका है। डिजिटल साक्ष्य होने पर अपराधी सजा से बच नहीं पाएंगे।
सीसीटीएनएस पर अपलोड
उन्होंने सीसीटीएनएस पर कांड दैनिकी और अंतिम प्रपत्र अपलोड करने को कहा। घटनास्थल का फोटो ई साक्ष्य के रूप में अपलोड करने का निर्देश दिया।
डिजिटल साक्ष्य की व्याख्या
एडीजी ने किसी वारदात के होने पर वहां के डिजिटल साक्ष्य के बारे में विस्तार से बताया। इसके पूर्व एडीजी के बेतिया आने पर उनका स्वागत किया गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
प्रतीक चिन्ह देकर किया गया स्वागत
एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने प्रतीक चिन्ह देकर उनका स्वागत किया। बैठक में सदर वन एसडीपीओ विवेक दीप, सदर टू एसडीपीओ रजनीश कांत प्रियदर्शी, नरकटियागंज एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।