3.0kViews
1372
Shares
लखनऊ
राजधानी के साढ़े चार हजार एकड़ से अधिक भू-भाग पर हाईटेक सिटी बसाने के लिए अंसल एपीआइ ने निवेशकों से करोड़ों रुपये लेकर भी उन्हें भूखंड नहीं दिया। प्राधिकरण तक भूखंड के बदले धन पाने में सफल नहीं हुए, करोड़ों रुपये जमा कराने वाले अंसल ने यह धन कहां खपाया है?
आयकर विभाग की टीमें करीब 36 घंटे से इसी सवाल का हल खोज रही हैं, सर्वे में गड़बड़ियाें सहित कई सुराग जांच टीमों के हाथ लगने की सूचना है। सुशांत गोल्फ सिटी योजना में धोखाधड़ी करने की एफआइआर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने चार मार्च को कराया, इसके बाद होम बायर्स की ओर से ताबड़तोड़ मुकदमे विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज कराए गए।
यही वजह है कि 35 दिनों में करीब 70 अभियोग अंसल प्रमोटर व निदेशकों के विरुद्ध पंजीकृत हो चुके हैं। एलडीए, आवास विकास परिषद ने दावा किया कि उन्हें अंसल एपीआइ से धन नहीं मिला, जबकि होम बायर्स ने धन देने के बाद भी भूखंड न मिलने की शिकायतें की।
आयकर विभाग लखनऊ की हाईटेक सिटी में चल रही उथल-पुथल पर नजरें गड़ाए रहा, अधिकारियों को यह तर्क अजीब लगा कि अंसल ने प्राधिकरणों को पैसा नहीं दिया, जबकि होम बायर्स से नियमित अंतराल पर धन लेता रहा और बदले में भूखंड तक नहीं दिए इसके बाद भी अंसल एपीआइ दिवालिया कैसे हो गया?
जो धन लिया गया, आखिर उसका उपयोग कहां किया गया? मंगलवार को दिल्ली व हरियाणा से पहुंची आयकर विभाग की टीमें सुशांत गोल्फ सिटी के शापिंग स्क्वायर में बने कार्यालय में इन्हीं बातों का जवाब खोज रही हैं? आयकर विभाग का सर्वे करीब 36 घंटे से अनवरत चल रहा है, अभिलेखों की पड़ताल के साथ बैंक खातों को खंगाला जा रहा और कर्मचारियों से रह-रहकर कड़ाई से पूछताछ हो रही।
सूत्रों का दावा है कि बड़े पैमाने लेन-देन की गड़बड़ियां पकड़ी गई हैं। शापिंग स्क्वायर के सामने बुधवार को हरियाणा नंबर के वाहन खड़े नहीं दिखे, ऐसे में जिन लोगों ने अंसल कार्यालय की सीढ़ियां चढ़ी उन्हें उल्टे पांव लौटना पड़ा, क्योंकि कार्यालय के गेट पर ही आरपीएफ के जवानों का पहरा था, जो किसी को अंदर जाने और अंदर से किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं दे रहे थे, अकाउंट से जुड़े कर्मचारी 36 घंटे से आयकर टीम के रडार पर हैं, जबकि महिला कर्मचारियों को जरूर घर जाने की इजाजत मिली थी।
यह सर्वे कब चलेगा यह स्पष्ट नहीं है लेकिन, इतना जरूर है कि अंसल एपीआइ की हर इनकम की निगरानी चल रही है। शापिंग स्क्वायर परिसर में ही अंसल नाम से एक और कार्यालय खुला था, टीम ने वहां जाकर भी जांच किया है।
ऐसे ही लुलु माल के पीछे अंसल का भूखंड बिक्री व डिजाइन आदि कार्यालय व हाईटेक सिटी में स्थित गेस्ट हाउस भी आयकर टीम पहुंची, इसके अलावा एक निदेशक और पूर्व निदेशकों के यहां भी छानबीन की जाती रही है। गुरुवार को भी जांच जारी है।