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लखनऊ
सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने का संयंत्र लगाने के लिए रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार निकान्त जैन की न्यायिक हिरासत को 14 दिन और बढ़ा दिया गया है। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने निकान्त जैन की कॉल डिटेल से कई जानकारियां जुटाई हैं, जिनके आधार पर इसी मामले में निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
रिश्वतखोरी के इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अभिषेक प्रकाश को बीते दिनों निलंबित कर दिया गया था। इसकी जांच के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से गठित की गई एसआईटी के एएसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी व एसीपी गोमतीनगर विनय द्विवेदी कई बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं।
पुलिस कि जांच रिपोर्ट के आधार पर एसआइटी ने कई लोगों के बयान भी लिए हैं। मंगलवार एसआइटी ने कई लोगों से पूछताछ की है।
भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित किए जाने के बाद मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर इन्वेस्ट यूपी के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों के लिए ऑनलाइन सिंगल विंडो बनाई गई है। कुछ प्रकरणों में निवेशकों को स्वीकृतियों के लिए अन्य विभागों से संपर्क करना पड़ता है। निवेशकों को विभिन्न स्तरों पर विभागीय अधिकारियों द्वारा अनापत्ति प्रमाणपत्र दिए जाते हैं। इस व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म के मंत्र को आत्मसात करते हुए बीते आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश देश में निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है। इस सकारात्मक माहौल को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है।