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मोदीपुरम
पुलिस विभाग में दारोगा के पद पर भर्ती कराने के नाम पर एक युवक से पांच लाख रुपये की ठगी कर ली गई। मामला वर्ष 2020 का है। जो नियुक्त पत्र पीड़ित को दिया गया, वह भी फर्जी मिला। अब सात अप्रैल को पीड़ित की मां की तहरीर पर कंकरखेड़ा थाने में दंपती समेत तीन के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में गणपति विहार गली-पांच निवासी अंशु शर्मा ने थाने में दी तहरीर में बताया कि उसके बेटे शिवी की राहुल निवासी गांव पबरसा और शुभम निवासी रोशनपुर डोरली से जान पहचान थी। 2020 में दोनों ने उसे नंगलाताशी के रेशुल बावरा व गांव छुर के अंकित कुमार उर्फ दिवेश से मिलवाया। रेशुल ने शिवी पुलिस विभाग में दारोगा के पद पर भर्ती कराने की बात कही। इसके लिए उसने 16 लाख रुपये मांगे। पांच लाख काम होने से पहले देने की बात हुई।
शिवी ने 4.20 लाख रुपये ऑनलाइन रेशुल, उसकी पत्नी निधि चौहान, राहुल कुमार व शुभम के खाते में ट्रांसफर्मर किए। 65 हजार रुपये राहुल को नकद दिए। कुछ दिन बाद आरोपितों ने उसे एक नियुक्ति पत्र देकर बकाया रुपये मांग। नियुक्ति पत्र की जांच कराई तो वह फर्जी निकला। आरोपितों से रुपये वापस मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगे।
अंशु के अनुसार, उसने पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। सीओ दौराला ने मामले में जांच कराई तो आरोप सही मिले। आरोपितों ने रुपये खाते में आने की बात भी स्वीकार करते हुए सीओ दौराला के दफ्तर में एक लाख रुपये नकद दिए। बकाया राशि का चेक दिया गया। बैंक में चेक लगाया तो वह बाउंस हो गया। रुपये मांगने पर आरोपित अंजाम भुगतने की धमकी देने लगे। इंसपेक्टर कंकरखेड़ा विनय कुमार ने बताया कि प्रकरण में कप्तान के निर्देश पर सात अप्रैल को आरोपित रेशुल बावरा, निधि चौहान, अंकित उर्फ दिवेश के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।