गत दिवस पंजाब के रूपनगर से पहली बार एक मालगाड़ी सफलतापूर्वक कश्मीर घाटी के अनंतनाग गुड्स शैड तक पहुंची है, जो क्षेत्र को राष्ट्रीय माल ढुलाई नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस मालगाड़ी में सीमेंट लदे 21 वैगन थे, जिनका उपयोग कश्मीर में बुनियादी ढांचे के विकास जैसे सड़कों, पुलों और आवासीय परियोजनाओं में किया जाएगा। इस ऐतिहासिक यात्रा से कश्मीर घाटी में निर्माण कार्यों को तेजी मिलने और स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
मालगाड़ी में सीमैंट के 21 बी.सी.एन. वैगन लदे थे। लगभग 600 किलोमीटर की यह यात्रा आज 18 घंटे से भी कम समय में नवनिर्मित अनंतनाग गुड्स शैड पर पूरी हुई। इस सीमैंट का उपयोग कश्मीर घाटी में सड़कों, पुलों, सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और आवासीय भवनों के निर्माण सहित महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए किया जाएगा।
इस अभूतपूर्व यात्रा के लिए लॉजिस्टिक व्यवस्था को सटीकता के साथ क्रियान्वित किया गया। 7 अगस्त को 23.14 बजे उत्तर रेलवे को एक इंडेट भेजा गया जिसके बाद अगले दिन यानी 8 अगस्त को सुबह 9.40 बजे रैक की व्यवस्था की गई। 8 अगस्त को शाम 6.10 बजे लदान पूरा हो गया और ट्रेन शाम 6.55 बजे पंजाब के रूपनगर स्थित गुजरात अंबुजा सीमैंट लिमिटेड से रवाना हुई।
इस पहली मालगाड़ी का आगमन न केवल एक लॉजिस्टिकल उपलब्धि है बल्कि प्रगति और एकीकरण का एक सशक्त प्रतीक है, जो एक अधिक संबद्ध और समृद्ध कश्मीर घाटी का मार्ग प्रशस्त करता है।