Sunday, August 3, 2025
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Gold Buyers के लिए सुनहरा मौका, 1 महीने के निचले स्तर पर पहुंची कीमत

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इस हफ्ते भारत में फिजिकल गोल्ड की मांग बढ़ी है, जिसकी सबसे बड़ी वजह है सोने की कीमतों में आई नरमी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की कीमतें एक महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गईं, जिससे ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ी है। यह लगातार तीसरा सप्ताह था जब कीमतों में गिरावट देखी गई।

पिछले हफ्ते 1 लाख पार, अब 97,700 रुपए

1 अगस्त को भारत में 24 कैरेट सोने का दाम करीब ₹97,700 प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि पिछले हफ्ते ये कीमत ₹1,00,555 तक पहुंच गई थी लेकिन अमेरिका से आए कमजोर नौकरियों के आंकड़ों के चलते सोने की कीमतों में फिर तेजी आई।

ग्राहकों और डीलर्स दोनों कर रहे खरीदारी

पुणे के एक ज्वैलर के अनुसार, इस हफ्ते ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। लोग न केवल दाम पूछ रहे हैं, बल्कि छोटे-मोटे स्तर पर खरीदारी भी कर रहे हैं। इंटरनेशनल मार्केट में गिरावट के कारण डीलर्स भी स्टॉक भरने में जुटे हैं। हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी की वजह से गिरावट का फायदा पूरी तरह नहीं मिल पा रहा।

डिमांड अब भी दबाव में, 5 साल के न्यूनतम स्तर पर जा सकती है खपत

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) का अनुमान है कि 2025 में भारत में गोल्ड कंजम्प्शन 5 साल के सबसे निचले स्तर पर जा सकता है। इसकी वजह है ऊंची कीमतें, जिसने ज्वैलरी की खरीद को प्रभावित किया है।

चीन, जापान, सिंगापुर में भी बढ़ी दिलचस्पी

चीन, जापान और सिंगापुर जैसे एशियाई देशों में भी कीमतों में गिरावट के बाद खरीदारी बढ़ी है। शंघाई गोल्ड एक्सचेंज में 11 टन सोने का कारोबार हुआ है, जो नई दिलचस्पी को दर्शाता है।

क्या आपको अभी गोल्ड खरीदना चाहिए?

विशेषज्ञों के मुताबिक, पोर्टफोलियो में थोड़ी मात्रा में सोना जरूर होना चाहिए। यह जोखिम के समय सुरक्षा देता है। 2025 की पहली छमाही में गोल्ड ने करीब 26% का रिटर्न दिया है, जो शेयर मार्केट से कहीं बेहतर है। हालांकि अभी कीमतों में और नरमी आ सकती है, ऐसे में यह खरीदारी के लिए एक मौका हो सकता है।

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