आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि AI तकनीक हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही है। शिक्षा, टेक्नोलॉजी, उद्योग सभी जगह AI अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। खासकर मेडिकल क्षेत्र में AI ने एक नई क्रांति ला दी है। अब AI की मदद से हम पहले से ही यह जान सकते हैं कि किसी व्यक्ति को भविष्य में हार्ट अटैक का खतरा कितना है। यह तकनीक आज हमारे स्वास्थ्य की देखभाल को और बेहतर बनाने में मदद कर रही है।
AI कैसे करता है हार्ट अटैक का खतरा पहचान
दिल्ली के एक फेमस डॉ. बताते हैं कि AI कई तरह के डेटा को एक साथ देखकर हार्ट अटैक का खतरा पता लगाता है। जैसे मरीज की मेडिकल हिस्ट्री, परिवार में बीमारियों का इतिहास, ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट्स, ECG और अन्य स्कैन आदि। AI इन सभी जानकारियों का तेजी से विश्लेषण कर यह तय करता है कि किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने की संभावना कितनी है। डॉ. का कहना है कि AI इंसान की तुलना में बहुत तेज और सटीक होता है। वह ऐसे लक्षणों को भी पकड़ लेता है जिन्हें आमतौर पर डॉक्टर तुरंत नहीं पहचान पाते। इस वजह से AI तकनीक डॉक्टरों को सही समय पर बेहतर निर्णय लेने में मदद करती है।
AI से मिलने वाले फायदे
AI की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह बीमारी के शुरुआती लक्षणों को भी पहचान सकता है। जब डॉक्टरों को पहले से पता चल जाता है कि मरीज को हार्ट अटैक का खतरा है तो वे समय रहते उसकी देखभाल शुरू कर सकते हैं। इससे न सिर्फ मरीज की जान बचाई जा सकती है, बल्कि उसकी सेहत को सुधारने का भी मौका मिलता है। डॉ. ने बताया कि अगर AI किसी मरीज के भविष्य में हार्ट अटैक का खतरा बताता है तो डॉक्टर उस मरीज को दवाइयां, जीवनशैली में बदलाव और जरूरी इलाज की सलाह देते हैं। यह बीमारी को रोकने और जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करता है।
भविष्य में AI की भूमिका
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में AI दिल की बीमारियों से होने वाली मौतों को कम करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। हार्ट अटैक दुनिया भर में मौत का सबसे बड़ा कारण है। लेकिन AI की मदद से खतरे का पता पहले चलने पर इसे रोकना आसान हो जाएगा। AI न केवल मरीजों के लिए फायदेमंद होगा बल्कि डॉक्टरों और अस्पतालों के लिए भी यह एक गेम-चेंजर साबित होगा। इससे इलाज जल्दी और सही तरीके से संभव होगा।
AI का भविष्य और संभावनाएं
डॉ. कहते हैं कि अभी AI तकनीक शुरुआत के दौर में है लेकिन भविष्य में यह और अधिक स्मार्ट और सटीक हो जाएगी। आने वाले समय में यह न केवल हार्ट अटैक बल्कि कई अन्य गंभीर बीमारियों की भविष्यवाणी कर सकेगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और बीमारियों को समय रहते पकड़ा जा सकेगा।