जहां एक ओर जलवायु परिवर्तन और बदलती जीवनशैली प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है वहीं विज्ञान हर दिन नई उम्मीदें जगा रहा है। हाल ही में एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां 1992 में फ्रीज किए गए एक भ्रूण से जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ है। इन बच्चों ने दुनिया के ‘सबसे बुजुर्ग नवजात’ का रिकॉर्ड बनाया है क्योंकि इनका भ्रूण 33 साल से भी ज़्यादा समय तक जमा था।
दुनिया का सबसे लंबा फ्रोजन भ्रूण
राहेल और फिलिप रिडवे के घर 31 अक्टूबर को लिडिया और टिमोथी रिडवे नाम के जुड़वा बच्चों ने जन्म लिया। नेशनल एम्ब्रियो डोनेशन सेंटर के अनुसार इन दोनों बच्चों का जन्म सबसे लंबे समय तक फ्रोजन रहे भ्रूण से हुआ है। इससे पहले का रिकॉर्ड मौली गिब्सन के नाम था जो 2020 में एक ऐसे भ्रूण से पैदा हुई थीं जिसे लगभग 27 वर्षों तक जमा करके रखा गया था।
‘हमारे सबसे पुराने बच्चे’
फिलिप रिडवे ने कहा कि जब इन भ्रूणों को 1992 में फ्रीज किया गया था तब वह खुद सिर्फ 5 साल के थे। उन्होंने कहा, “जब ईश्वर ने लिडिया और तीमुथियुस को जीवन दिया तब मैं 5 वर्ष का रहा हूंगा। भगवान तब से उनके जीवन की रक्षा कर रहा है। एक मायने में वे हमारे सबसे पुराने बच्चे हैं भले ही वो हमारे सबसे छोटे बच्चे हैं।” रिडवेज के पहले से ही चार बच्चे हैं जिनकी उम्र 8, 6, 3 और लगभग 2 साल है।
कैसे उपयोग होता है भ्रूण?
यह भ्रूण 22 अप्रैल 1992 को जमा किया गया था। तब से लगभग तीन दशकों तक यह तरल नाइट्रोजन में माइनस 200 डिग्री सेल्सियस से नीचे एक छोटे कंटेनर में सुरक्षित रहा। बाद में इस भ्रूण को नॉक्सविल में राष्ट्रीय भ्रूण दान केंद्र को दान कर दिया गया।
डॉक्टरों के अनुसार जिन लोगों को प्राकृतिक रूप से बच्चे नहीं हो पाते वे आईवीएफ जैसी तकनीकों से अधिक भ्रूण पैदा करते हैं। इन अतिरिक्त भ्रूणों को भविष्य में उपयोग के लिए या तो संरक्षित किया जा सकता है या फिर अनुसंधान के लिए दान किया जा सकता है। इसके अलावा इन्हें उन लोगों को भी दान किया जा सकता है जो बच्चे चाहते हैं।
यह अनोखा मामला साबित करता है कि विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में ऐसी कई संभावनाएं हैं जो माता-पिता बनने के सपने को पूरा कर सकती हैं।