जम्मू-कश्मीर में रेल संपर्क को और बेहतर बनाने की दिशा में भारतीय रेलवे ने एक और बड़ा कदम उठाया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कटरा से अरनिया के बीच नई रेल लाइन के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस परियोजना के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) को अब रेल मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है।
यह जानकारी केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को एक आधिकारिक पत्र के ज़रिए दी गई। पत्र में रेल मंत्री ने बताया कि माता वैष्णो देवी कटरा से अरनिया खंड तक नई मध्य अतिरिक्त रेल लाइन के निर्माण के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे को स्वीकृति दे दी गई है।
इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा, “आदरणीय अश्विनी वैष्णव जी, आपके प्रति आभार। इस निर्णय से यात्रियों एवं माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए यातायात में सुविधा और सरलता रहेगी।”
उन्होंने यह भी कहा, “2014 के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और दिशा-निर्देशन में जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता का ही परिणाम है कि 50 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद अब रेल कश्मीर घाटी तक पहुंच रही है।”
क्या होता है फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS)?
फाइनल लोकेशन सर्वे (Final Location Survey) किसी भी नई रेल परियोजना की शुरुआत में सबसे अहम प्रक्रिया होती है। इसका मकसद यह तय करना होता है कि रेल लाइन कहाँ से गुजरेगी, किस ज़मीन पर ट्रैक बिछाया जाएगा और तकनीकी रूप से क्या-क्या ज़रूरी बदलाव करने होंगे। फाइनल लोकेशन सर्वे के बाद ही निर्माण कार्य शुरू होता है।
नई रेल लाइन के संभावित लाभ
- श्रद्धालुओं को सुविधा: माता वैष्णो देवी आने वाले तीर्थयात्रियों को यात्रा में समय और खर्च दोनों में राहत मिलेगी।
- बेहतर रेल कनेक्टिविटी: जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी क्षेत्रों को रेल से जोड़ने में मदद मिलेगी।
- स्थानीय विकास को बढ़ावा: स्थानीय लोगों को व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक आसान पहुँच मिलेगी।