वहीं, उनसे पूछताछ में पता चला है कि आइएसआइ के कई अन्य एजेंट देश में छिपे हुए हैं, जिनकी तलाश में केंद्रीय जांच एजेंसियां जुटी हुई हैं। अंसारुल मियां ने पूछताछ में बताया कि वह मूल रूप से नेपाल का निवासी है। वहां से वह कतर पहुंचा और कैब चालक के रूप में काम किया, जहां उसकी मुलाकात एक आइएसआइ हैंडलर से हुई। इसके बाद उसे पाकिस्तान ले जाया गया, जहां आइएसआइ के सीनियर अधिकारियों ने उसे विशेष ट्रेनिंग दी।
अंसारुल का मुख्य मिशन भारतीय सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को एकत्र कर उन्हें पाकिस्तान भेजना था। हाल के दिनों में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा भी शामिल हैं। इन पर आरोप है कि इन्होंने संवेदनशील जानकारी साझा की और लगातार एक पाकिस्तानी नागरिक के संपर्क में थीं।