गोरखपुर-प्रयागराज रूट पर चल रही आठ कोच वाली रेक खाली हो जाने के बाद उसे गोरखपुर-पटना रूट पर संचालित किया जाएगा। गोरखपुर-पटना रूट पर भी वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी जोर पकड़ ली है। यह ट्रेन गोरखपुर-बेतिया-नरकटियागंज-मुजफ्फरपुर-पटना रेलमार्ग पर चलाई जानी है। यह ट्रेन गोरखपुर से सुबह 4 बजे से चलकर रात को साढ़े नौ बजे तक वापस आ जाएगी। गोरखपुर और बेतिया दौर पर आए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने गोरखपुर-पटना नई वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की थी।
आठ व 16 कोच की होती है वंदे भारत, सात का है प्रस्ताव

स्वदेशी तकनीक से निर्मित पूरी तरह वातानुकूलित सेमी हाईस्पीड ट्रेन आठ और 16 कोच की होती है। वातानुकूलित चेयरकार के अलावा स्लीपर वंदे भारत भी बनने लगी है। सात जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन से आठ कोच वाली पहली वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई थी। शुरुआत में यह ट्रेन अयोध्या के रास्ते लखनऊ तक चलती थी।
यात्रियों की मांग बढ़ी तो प्रयागराज तक इसका मार्ग विस्तार कर दिया गया। आने वाले दिनों में मुख्यालय गोरखपुर सहित लगभग पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख रूटों पर अब वंदे भारत ट्रेनें ही चलाई जाएगी। गोरखपुर से दिल्ली और आगरा के बीच स्लीपर वंदे भारत के अलावा गोरखपुर से वाराणसी के रास्ते प्रयागराज सहित कुल सात वंदे भारत और दो अमृत भारत सहित कुल 17 ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। गोरखपुर से दिल्ली के बीच गुलाबी रंग की स्लीपर वंदे भारत संचालित करने की योजना है।