इस दिन का उद्देश्य राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देना, आतंकवाद को कम करना और सभी जातियों, पंथों और लिंगों के लोगों को एकजुट करना है। ‘आतंकवाद’ की बात करें तो यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है।