2.0kViews
1555
Shares
भागलपुर
शहरी क्षेत्र में स्मार्ट सिटी परियोजना से 30 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया गया। स्मार्ट सड़क के निर्माण पर 299 करोड़ रुपये खर्च किया गया। इस योजना के तहत सड़क, नाला, सोलर लाइट, हाईमास्ट लाइट, साइकिल ट्रैक, तिलकामांझी चौराहा व डाल्फिन चौक का विकास किया गया।
जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन
हालांकि, इसके बाद भी सड़क की गुणवत्ता को लेकर लगातार जिला प्रशासन को शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद डीएम के निर्देश पर नगर आयुक्त डॉ. प्रीति ने चार सदस्यीय टीम का गठन किया है।
जांच टीम का नेतृत्व उप नगर आयुक्त राजेश कुमार पासवान कर रहे हैं। इसके साथ नगर विकास प्रमंडल के सहायक अभियंता अरूण कुमार, कनीय अभियंता राधेश्याम यादव, कनीय अभियंता करण कुमार को शामिल किया गया है।
गठित टीम को सड़क की लंबाई, सड़क की वर्तमान स्थिति, रखरखाव की स्थिति आदि के संबंध में जांच करना है। साथ ही नगर आयुक्त ने तीन दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है। उक्त कार्य के लिए भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीजीएम को सहयोग करने का निर्देश दिया गया है।
उपनगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
मंगलवार को उपनगर आयुक्त राजेश पासवान ने तिलकामांझी से बरारी क्षेत्र के सभी सड़कों का स्थल निरीक्षण किया। जिसमें कई जगहों पर पेवर ब्लॉक धंसा हुआ था। बरारी अतिरिक्त बायपास मार्ग में जलनिकासी की समस्या थी। बरारी पुल घाट में बिजली के पोल व ट्रांसफार्मर के कारण कई जगह सड़क का निर्माण अधूरा है।
रेडियम इंडीकेटर सड़क पर लगाए गए थे जो उखड़ गए और खराब भी हो चुके हैं। वहीं डाल्फिन चौक का फव्वारा व लाइट भी बंद हैं। तिलकामांझी चौक पर भी रंगीन लाइट नहीं जल रहा है।
कनीय अभियंता राधेश्याम यादव ने बताया कि स्मार्ट सिटी से सड़क का डिजाइन व प्राक्कलन मांगा गया है, ताकि इसका अध्ययन करने के बाद जानकारी मिलेगी कि सड़क निर्माण में निर्धारित मानक किया था। अमीन से सड़क की मापी कराई जाएगी।