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गोरखपुर
रामगढ़ताल क्षेत्र के नई शिवपुरी कॉलोनी निवासी शशि प्रकाश श्रीवास्तव ने पुरानी टाटा सफारी गाड़ी 70 हजार रुपये में खरीदी थी और उसे बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन डाला था।
गाड़ी खरीदने की इच्छा जताने वाले युवकों ने टेस्ट ड्राइव के बहाने डुप्लीकेट चाभी बनाकर पांच मार्च की भोर में गाड़ी चुरा ली। अज्ञात के विरुद्ध चोरी का मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुटी पुलिस ने शनिवार की रात चोरी हुई गाड़ी के साथ चार युवकों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया।
यह है पूरा मामला
सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि 10 मार्च 2025 को पीड़ित ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया था।जांच के दौरान पुलिस को शक हुआ कि टेस्ट ड्राइव करने वाले ही चोर हो सकते हैं। मोबाइल नंबर की मदद से जब पुलिस ने जांच की तो पुष्टि हो गई।
शनिवार को पुलिस ने गीडा के कालेसर निवासी हर्ष सिंह, पीपीगंज के तिघरा गांव के अभिनव त्रिपाठी उर्फ आयुष, चिलुआताल के भम्भौर गांव के अभय त्रिपाठी और झंगहा के छितहरी गांव निवासी आदित्य को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि टेस्ट ड्राइव के दौरान उन्होंने गाड़ी की डुप्लीकेट चाभी बना ली थी। इसी चाभी से गाड़ी को रात में चोरी कर ले गए। सीओ कैंट ने बताया कि अभिनव त्रिपाठी इस गिरोह का सरगना है। आरोपियों के पास से चोरी की गई टाटा सफारी गाड़ी बरामद कर ली गई है।
सफारी पर अपनी गाड़ी का नंबर प्लेट लगाकर घूम रहा था
गिरोह के सरगना अभिनव त्रिपाठी उर्फ आयुष के पास पहले से एक टाटा सफारी थी, जो कुछ समय पहले दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी थी। इसके बाद उसने ओएलएक्स पर अपनी गाड़ी जैसी रंग और मॉडल की सफारी देखी और साथियों संग उसे चुराने की योजना बना डाली।
टेस्ट ड्राइव के बहाने डुप्लीकेट चाभी बनवाकर चोरी करने के बाद अपनी दुर्घटनाग्रस्त सफारी को कबाड़ में बेच दिया और उसकी नंबर प्लेट चुराई गई गाड़ी पर लगाकर आराम से चलाने लगे, ताकि कोई पहचान न सके।