भारतीय दल इन देशों की यात्रा करेगा
कांग्रेस ने उठाए सवाल
दरअसल, अमेरिका व पनामा जाने वाले दल की अगुआई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर करेंगे। यह नाम कांग्रेस को न तो निगलते बन रहा है और न ही उगलते। वैसे कांग्रेस ने परोक्ष रूप से अपनी भड़ास निकाल दी है।
हालांकि, इस सूची में चार वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को भी जगह दी गई है, जिनमें सलमान खुर्शीद, मनीष तिवारी और अमर सिंह को प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। इनमें शशि थरूर, मनीष तिवारी और आनंद शर्मा कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले जी-23 नेताओं में शामिल थे।
प्रत्येक दल में करीब सात से आठ सदस्य होंगे
10 दिनों तक दुनिया के कई देशों का भ्रमण करेगा दल
यह दल करीब 10 दिनों तक दुनिया के कई देशों का भ्रमण करेगा। साथ ही सभी वर्गों से मुलाकात कर हकीकत बताएगा। ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे यूरोपीय देशों में भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद को प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दिया गया है।
प्रतिनिधिमंडल में चुने गए पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, एमजे अकबर, आनंद शर्मा, वी मुरलीधरण, सलमान खुर्शीद और एसएस अहलूवालिया वर्तमान समय में संसद के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद दल में शामिल नहीं हो पाएंगे
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा है कि वह स्वास्थ्य कारणों से प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं हो पाएंगे।विभिन्न देशों की राजधानियों की यात्रा करने वाले प्रतिनिधिमंडलों में 51 राजनीतिक नेता, सांसद और पूर्व मंत्री शामिल हैं।
यह प्रतिनिधिमंडल 32 देशों और ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के मुख्यालय का दौरा करेगा। 51 राजनीतिक नेताओं में से 31 सत्तारूढ़ राजग के सदस्य हैं, जबकि शेष 20 गैर-राजग दलों से हैं। सभी सात प्रतिनिधिमंडलों में कम से कम एक मुस्लिम प्रतिनिधित्व है। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व राजनयिकों को भी शामिल किया गया है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे ये सांसद
शशि थरूर (कांग्रेस): तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर आश्चर्यजनक रूप से केंद्र सरकार की पसंद हैं। यही वह नाम है, जिसने सबसे अधिक चर्चा बटोरी है।
रविशंकर प्रसाद (भाजपा): पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। यह प्रतिनिधिमंडल ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जाएगा।
संजय कुमार झा (जदयू) : राज्यसभा सदस्य संजय कुमार झा का प्रतिनिधिमंडल जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया और इंडोनेशिया की यात्रा करेगा।
बैजयंत ”जय” पांडा (भाजपा) : भाजपा उपाध्यक्ष पांडा उस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसके सदस्यों में एआइएमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी शामिल होंगे।
कनीमोरी (द्रमुक) : तमिलनाडु की थूथुक्कुडी सीट से लोकसभा सदस्य कनीमोरी दक्षिण भारत से प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाली एकमात्र सांसद हैं।
सुप्रिया सुले (राकांपा-एसपी) : सुले की टीम कतर, इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका और मिस्त्र को कवर करेगी। ये ऐतिहासिक राजनयिक महत्व वाले देश हैं, जहां बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय रहते हैं।
श्रीकांत शिंदे (शिवसेना-शिंदे गुट) : श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे हैं। वह प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले सबसे कम उम्र के सांसद हैं।
एक माह पूर्व ओवैसी और निशिकांत दुबे थे आमने-सामने, अब एक ही संसदीय दल में
भारत में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका और अधिकार पर सार्वजनिक रूप से तीखी बहस के एक महीने से भी कम समय बाद एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे अब एक ही संसदीय दल में होंगे, जिसे आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए विदेश भेजा जाएगा।
ओवैसी ने कहा, यह किसी पार्टी से जुड़ी बात नहीं है। यात्रा से पहले हम एक विस्तृत बैठक करेंगे। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है। मैं इस जिम्मेदारी को अच्छी तरह से निभाने की पूरी कोशिश करूंगा।
राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा विधेयकों को मंजूरी देने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा समय सीमा तय करने की निशिकांत दुबे ने आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमाओं से बाहर जाकर फैसले सुना रहा है। वह संसद को दरकिनार कर रहा है।
ओवैसी ने कहा था-आप लोग ट्यूबलाइट हैं
इस पर ओवैसी ने कहा था-आप लोग ट्यूबलाइट हैं.. सुप्रीम कोर्ट को धमकी दे रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि अनुच्छेद 142 क्या है? यह अनुच्छेद बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने बनाया था। वह आप लोगों से ज्यादा दूरदर्शी थे।