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रामनगर
उमस और गर्मी बढ़ गई है। कभी बारिश होने से मौसम ठंडा हो जाता है तो, कभी सर्द हवाएं चलने लगती हैं।
दिन में उमस भरी गर्मी पड़ रही है तो, मौसम बदलने के बाद चादर की आवश्यकता भी महसूस होती है। इस दोतरफा मौसम के कारण लोग मौसम जनित रोगों के चपेट में आ रहे हैं।
तापमान में बढ़ोतरी से वायरल फीवर, सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ पेट की गड़बड़ी भी सामने आ रही है। चर्म रोगियों की संख्या भी बढ़ी है। जिसके मरीज पीएचसी में पहुंच रहे हैं
पीएचसी के चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे बदलते मौसम में वायरल रोग सामने आते हैं। जिनका समय से इलाज जरूरी है। करीब एक सप्ताह से मौसम का मिजाज बिल्कुल बदला हुआ है।
कभी तेज धूप, उमस, कभी बादल, तेज हवा, बारिश, रात में ठंड, दोपहर में गर्म हवाएं चलती रहती हैं। जिससे मौसमी रोगों में सर्दी, बुखार, खराश, खांसी, उल्टी, दस्त के साथ चर्म रोग की समस्याएं लोगों को परेशान कर रही है।
कहते हैं कि इस मौसम में सेहत का ख्याल रखना जरूरी है। नहीं तो, कई तरह की समस्याएं हो सकती है। पीएचसी के चिकित्सक डॉ राजेश कुमार ने बताया कि इन रोगों से संबंधित सभी तरह की दवाएं मौजूद है।
अगर किसी को भी समस्या है तो, दवाई ले सकता है। वैसे दिनचर्या में बदलाव कर इन रोगों से बचाव किया जा सकता है।
इस मौसम में इस तरह करें सेहत का ख्याल
इस मौसम में सेहत को ठीक रखने के लिए दिनचर्या में परिवर्तन करना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए। जूस भी फायदेमंद है।
तली, भुनी चीजों और बासी भोजन करने से परहेज करना चाहिए। ताजा और गर्म खाना खाना चाहिए। हरी साग सब्जी का सेवन करना चाहिए। सुबह के समय हल्का फुल्का कसरत या योग करना चाहिए।
तेज धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए। बहुत जरूरी होने पर गमछा या टोपी के साथ आंखों पर धूप का चश्मा लगाकर निकले। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।