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अलपुझा। माकपा के वरिष्ठ नेता जी सुधाकरन के खिलाफ शुक्रवार को जनप्रतिनिधित्व कानून और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सुधाकरन ने हाल ही में दावा किया था कि 1989 के अलपुझा लोकसभा चुनाव के दौरान डाक मतपत्र खोले गए थे।
प्रसारित एक कथित वीडियो में यह टिप्पणी की गई है। वीडियो के सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने जांच शुरू की और वरिष्ठ नेता का बयान गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दर्ज किया।
सुधाकरन ने खारिज किया आरोप
इसके बाद, सुधाकरन ने गुरुवार को एक अन्य कार्यक्रम में दावा किया कि उन्होंने जो पहले कहा था, वह पूरी तरह सच नहीं था और उन्होंने अपनी ओर से इसमें कुछ और जोड़ा था। ऐसा कभी नहीं हुआ। कोई मतपेटी नहीं खोली गई और न ही कभी मतपत्रों से छेड़छाड़ की गई।
कहा कि मैंने कभी इस तरह के किसी कार्य में हिस्सा नहीं लिया और कोई फर्जी मतदान नहीं किया। फर्जी मतदान के लिए किसी को पैसे नहीं दिए। उस दिन मैंने जो कुछ कहा था, उसका उद्देश्य केवल ऐसी गतिविधियां करने वालों के लिए चेतावनी देना था और यह बताना था कि हम जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं।