2.2kViews
1222
Shares
लखनऊ
प्रदेश की हर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में ‘पंचायत उत्सव भवन’ बनाने की योजना को कैबिनेट ने गुरुवार को स्वीकृति प्रदान कर दी। इससे गांवों में होने वाले विवाह व अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए अब सुलभ और सस्ता स्थान उपलब्ध हो सकेगा।
यह परियोजना ग्राम पंचायतों के माध्यम से संचालित और क्रियान्वित की जाएगी। इस निर्णय से गांवों में सामाजिक आयोजनों के लिए लोगों को न सिर्फ सस्ता और सुविधाजनक स्थान मिलेगा, बल्कि इससे ग्रामीण बुनियादी ढांचे को भी मजबूती मिलेगी।
प्रदेश की करीब 70 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है। इन ग्रामीण क्षेत्रों में शादी, मुंडन और अन्य पारंपरिक आयोजनों के लिए उचित स्थान की कमी से लोगों को लंबे समय से परेशानी हो रही थी।
पंचायतों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार से बारात घर बनाने की मांग लगातार की जा रही थी, लेकिन पंचायती राज विभाग के पास सीमित संसाधन होने के कारण इसे अमल में नहीं लाया जा सका।
वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि गुरुवार को कैबिनेट ने हर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में एक ‘पंचायत उत्सव भवन’ बनाने की स्वीकृति दे दी है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना के पहले चरण में 100 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
इस राशि से प्रदेश की 71 ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में पंचायत उत्सव भवन बनाए जाएंगे। प्रत्येक उत्सव भवन की अनुमानित लागत 1.41 करोड़ रुपये आंकी गई है। स्थान चयन के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी। मातृ भूमि योजना के तहत भी लोग अपनी भूमि देकर उसमें यह भवन बनवा सकते हैं।