जनरल मुनीर ने यह टिप्पणी रावलपिंडी के संयुक्त सैन्य अस्पताल के दौरे के दौरान की, जहां वे भारत के हमलों में घायल सैनिकों और नागरिकों का हालचाल जानने आए थे। सेना द्वारा जारी बयान के अनुसार, उन्होंने घायल कर्मियों से मुलाकात की। 

इस मौके पर मुनीर ने कहा कि पूरा देश अपनी सशस्त्र सेनाओं के साथ एकजुट है। 

पाकिस्तान सेना का भी आया बयान

इस बीच पाकिस्तान सेना ने ऑपरेशन ‘बुनयानुम मर्सूस’, ऑपरेशन ‘मरका-ए-हक’ (सत्य की लड़ाई) का हिस्सा था, जो भारत द्वारा पाकिस्तान के अंदर हमलों के बाद शुरू हुआ था। पाकिस्तान सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा कि 10 मई को ‘मरका-ए-हक’ के हिस्से के रूप में ऑपरेशन ‘बुनयानुम मर्सूस’ (लोहे की दीवार) का संचालन भारतीय हमलों के जवाब में किया गया था, जो छह और सात मई की रात को शुरू हुए थे। 

सेना के अनुसार, ‘मरका-ए-हक’ 22 अप्रैल से 10 मई तक के व्यापक संघर्ष का आधिकारिक नाम है, जबकि 10 मई के ऑपरेशन को ‘बुनयानुम मर्सूस’ नाम दिया गया था। इस बीच पाकिस्तान की संसद, नेशनल असेंबली ने सोमवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित सेना की सराहना की गई।