श्योपुर जिले की कराहल तहसील में शनिवार को दोपहर में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। यहां तेज बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे। बारिश 15 मिनट तक जारी रही। इससे मौसम सुहावना हो गया।
शुक्रवार और शनिवार को तापमान क्रमशः 39 और 26 डिग्री दर्ज किया गया। यह पिछले चार दिनों की तुलना में तीन डिग्री कम है। बारिश के दौरान लोग घरों और दुकानों में ही रहे।
पिछले कुछ दिनों से तापमान लगातार बढ़ रहा था। इससे लोग परेशान थे। शनिवार की बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई। मौसम में ठंडक आ गई।
मौसम विभाग ने पहले ही आंधी-बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था। श्योपुर में आसमान में बादल छाए रहे। कराहल और विजयपुर में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार 5 मई तक आंधी-बारिश का दौर जारी रह सकता है। इससे लोगों को गर्मी से और राहत मिलने की संभावना है।
तकरीबन 50 हजार क्विंटल गेहूं बारिश से भीग गया क्योंकि खरीद केंद्र पर रखाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी। केंद्र प्रभारी राम खिलौना यादव ने बताया कि किसानों के दबाव के चलते गेहूं की तुलाई कर धर्मकांटे से बाहर गोदाम के पास रखवा दिया गया था, तभी अचानक बारिश आ गई।
उनका कहना है कि वे इस स्थिति के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, लेबर लगाकर गेहूं को गोदाम में भरवाने की कोशिश की जा रही है और गेहूं ज्यादा भी नहीं भीगा है। हालांकि किसानों का कहना है कि पिछले तीन-चार दिनों से मौसम खराब है और मौसम विभाग द्वारा लगातार बारिश की चेतावनी दी जा रही थी, इसके बावजूद केंद्र में किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई।
गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है और उसे ढकने के लिए त्रिपाल तक की व्यवस्था नहीं की गई। भीगे हुए क्षेत्र से अब भूसा भरने वाले ट्रैक्टर की मदद से पानी निकाला जा रहा है, लेकिन अब तक सैकड़ों क्विंटल गेहूं खराब होने की आशंका जताई जा रही है।
केके शर्मा कराहल तहसीलदार ने बताया कि मैं जबसे आया हूं, यहां पर तब से बोल रहा हूं कि लेबर बढ़ाए और इस माल को अंदर करे। उसके बावजूद नहीं हुआ। कल भी मैं गया था, परसो भी गया था। मैंने त्रिपाल के लिया भी बोला था। अब भीग गया तो भीग गया, मैं क्या कर सकता हूं इसमें।