रीवा/सीधी|
बघेली फिल्म इंडस्ट्री खड़ी करने का सपना देखने वाले अविनाश तिवारी इन दिनों विवादों के घेरे में हैं। करोड़ों की धोखाधड़ी, चेक बाउंस, धमकी भरे ऑडियो और सोशल मीडिया पर गालियों से जुड़े विवादों के बीच वे पिछले एक सप्ताह से गायब हैं। मोबाइल स्विच ऑफ है, करीबी भी कुछ नहीं बता पा रहे। जिन मंचों पर कभी वे बघेली गौरव की बात करते थे, आज उन्हीं पर लोग उन्हें ‘भावी सांसद’ कहकर तंज कस रहे हैं।
दैनिक भास्कर ने पीड़ितों से लेकर वायरल ऑडियो की पड़ताल की। साथ ही यूट्यूब चैनल पर 1.5 मिलियन सब्सक्राइबर्स वाले अविनाश के अब तक के करियर को भी जाना, जो सोशल मीडिया स्टार से अब कानूनी कार्रवाई के घेरे में आ चुका है।
आरोप- सांसद बनकर घर गिरवाने की धमकी दी गोपाल पांडेय नाम के व्यक्ति ने आरोप लगाया कि अविनाश ने उनसे बघेली फिल्म ‘कुंवारापुर’ के लिए 10 लाख रुपए लिए थे। बदले में एक चेक दिया गया, जो बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गया। गोपाल पांडेय ने बताया, मैंने कई बार अविनाश से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने न फोन उठाया और न ही कोई जवाब दिया। मुझे मजबूर होकर कोर्ट जाना पड़ा।
गोपाल ने आगे कहा, उसने छह महीने के भीतर पैसे लौटाने का वादा किया था, लेकिन अब वह न केवल पैसे लौटाने से मुकर गया, बल्कि मुझे और मेरे परिवार को जान से मरवाने की धमकी भी दे रहा है। एक ऑडियो में उसने कहा कि वह जेल तो जाएगा, लेकिन पांच साल बाद रीवा से सांसद बनकर मेरा घर जमींदोज करेगा। इन धमकियों से मेरा पूरा परिवार दहशत में है।
गाली-गलौज वाला चैट खुद शेयर किया, हो रहे ट्रोल धमकी भरे ऑडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटनाक्रम के बाद से अविनाश का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। दूसरी ओर, अविनाश ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की, जिसमें दावा किया कि उन्हें और उनके परिवार को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। तनाव में आकर ऐसा व्यवहार किया।
अविनाश ने वॉट्सऐप चैटिंग का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने बदले में भद्दी गालियां लिखी हैं। इस पोस्ट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जबरदस्त ट्रोल किया जा रहा है। साथ ही, ‘सांसद बनकर घर गिरवाने’ वाले वायरल ऑडियो के बाद लोग ‘भावी सांसद’ कहकर तंज कस रहे हैं।
लिखा- जिंदा रहा तो छोड़ूंगा नहीं, तेरहवीं कर दूंगा सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और धमकी भरे ऑडियो वायरल होने के बाद अविनाश ने एक पोस्ट शेयर की। उन्होंने अपने बयान में लिखा कि कोई मेरे परिवार को या मुझे गाली देगा, या जान से मारने की धमकी देगा, तो मुझे भी हक है उसे जवाब देने का- चाहे वह गाली हो या उसकी तेरहवीं करने की बात। नहीं तो अगर मेरी हत्या हो जाती है, तो लोग सिर्फ श्रद्धांजलि देंगे कि ‘अविनाश अच्छा आदमी था, उसने बघेली के लिए सब कुछ झोंक दिया।
उन्होंने आगे लिखा कि आप भी जागरूक जनता हैं, पहले दोनों पक्षों को जानें, समझें, फिर प्रतिक्रिया दें। जहां तक मेरे काम की बात है, मैं मरते दम तक बघेली भाषा और संस्कृति के लिए ही काम करता रहूंगा। जिसे मुझे मारना है, वह कल ही गोली मार दे, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता… लेकिन अगर मैं जिंदा रहा, तो छोड़ूंगा नहीं।
पहले भी विवादों में रहे अविनाश यह पहला मौका नहीं है जब अविनाश विवादों में घिरे हों। इससे पहले साल 2021 में भी उनके खिलाफ छेड़खानी का एक मामला रीवा में दर्ज हो चुका है। उस समय उनकी साथी महिला कलाकार के साथ विवाद की खबरें सामने आई थीं। उसी दौरान युवती ने उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि अविनाश तिवारी उस पर महिला कलाकार से मिलवाने के लिए मानसिक दबाव बना रहे थे और उनके साथ छेड़खानी भी की गई।
इस मामले में भी एक गाली-गलौज और धमकी भरा ऑडियो वायरल हुआ था, जिसने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इतना ही नहीं, अविनाश की एक अन्य कलाकार ने भी उन पर बदतमीजी करने के आरोप लगाए थे।
अब एक नजर अविनाश के करियर पर सीधी जिले के खजुरी गांव के रहने वाले अविनाश तिवारी मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पारंपरिक रामलीला मंचन से की थी, जहां वे जोकर की भूमिका निभाकर लोगों का मनोरंजन करते थे। वर्ष 2016-17 में अविनाश ने फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया। वह वीडियो रात में अपलोड करने के बाद वे सो गए, लेकिन अगली सुबह जब उन्होंने देखा तो वह वीडियो मिलियन में व्यूज पार कर चुका था।
यह वीडियो नकल प्रकरण पर एक हल्के-फुल्के अंदाज में फिल्माया गया था। इसमें अविनाश खेत में अपने एक दोस्त से चर्चा करते हुए कहते हैं कि उन्होंने नकल कर टॉप कर लिया है, लेकिन अब मीडिया उनसे पेनिसिलिन की खोज किसने की जैसे सवाल पूछ रही है, जिससे वे छिपते फिर रहे हैं। इस वीडियो की लोकप्रियता ने उन्हें सोशल मीडिया पर स्टार बना दिया और इसके बाद उन्होंने यूट्यूब की दुनिया में कदम रखा।
अविनाश के चाचा प्रकाश तिवारी ने उनके लिए कॉमेडी वीडियो की शूटिंग शुरू करवाई। ये शॉर्ट कॉमेडी वीडियो यूट्यूब पर अपलोड होने लगे, जिससे वे विंध्य क्षेत्र और बघेली भाषी जिलों में तेजी से लोकप्रिय हो गए। ग्रामीण इलाकों में लोग उन्हें देखकर सेल्फी लेने के लिए उमड़ पड़ते।
कुछ समय बाद अविनाश ने ‘अविनाश तिवारी’ नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया। इस पर वे पति-पत्नी के झगड़ों, ग्रामीण और शहरी जीवन और सामाजिक मुद्दों पर आधारित हास्य-व्यंग्य से भरपूर वीडियो बनाने लगे। उनके वीडियोज को 1 मिलियन से लेकर 25 मिलियन, यहां तक कि 50 मिलियन तक व्यूज मिलने लगे।
अब तक दो बघेली फिल्में बना चुके अभिनेता अविनाश भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की तर्ज पर बघेली इंडस्ट्री बनाने का दावा करते हैं। वे अब तक दो फिल्में बना चुके हैं। उनकी पहली फिल्म ‘बुधिया’ है, जो नारी सशक्तिकरण पर आधारित, जबकि दूसरी फिल्म 9 अगस्त 2024 को ‘कुंवारापुर’ (कॉमेडी फिल्म) रिलीज हो चुकी है।
‘कुंवारापुर’ रिलीज से पहले ही तब सुर्खियों में आ गई जब ‘शोले’ फिल्म में काम कर चुके बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार गोवर्धन असरानी को फिल्म में कास्ट किए जाने की खबर सामने आई। ‘कुंवारापुर’ में असरानी ने एक कॉमेडी स्टाइल में अंग्रेजों के जमाने के टीटी का किरदार निभाया है। सूत्रों के मुताबिक, इस किरदार के लिए असरानी ने मोटी फीस चार्ज की थी।
इन दोनों फिल्मों के निर्माण से लेकर प्रचार-प्रसार तक अविनाश ने खासा खर्च किया। इन फिल्मों की स्क्रीनिंग सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, सिंगरौली, मैहर, मऊगंज सहित इंदौर और भोपाल के थियेटरों में भी हुई। फिल्म ‘बुधिया’ के बाद अविनाश ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इसे पूरा करने के लिए उन्हें अपनी पहली कार तक बेचनी पड़ी थी।
उदित नारायण से बघेली गीत रिकॉर्ड करवाया हाल ही में 2025 में अविनाश तिवारी की फिल्म का एक वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने बॉलीवुड गायक उदित नारायण के साथ “जब से दीखन ह रूप तोहार” नामक गीत गाया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और अविनाश ने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कई पोस्ट साझा कीं, जिससे उन्हें जमकर सुर्खियां भी मिलीं।
अविनाश तिवारी ने इस अवसर को विंध्य क्षेत्र और बघेली भाषा के लिए ऐतिहासिक बताते हुए कहा था कि यह गर्व की बात है कि उदित नारायण ने पहली बार किसी बघेली फिल्म के लिए गाना गाया है- वह भी बघेली भाषा में। सूत्रों के अनुसार, इस गाने के लिए उदित नारायण ने भी अविनाश से मोटी फीस ली थी।
नोट- दैनिक भास्कर संवाददाता ने अविनाश तिवारी का पक्ष जानने उनसे संपर्क करके की कोशिश की, लेकिन उनका नंबर स्विच ऑफ था। दैनिक भास्कर किसी भी वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।