बालाघाट|
शनिवार सुबह बालाघाट में कटंगी रेंज के कुडवा कॉलोनी के पास खेत में काम कर रहे किसान पर बाघ ने हमला कर दिया। किसान की मौके पर ही मौत हो गई। बाघ शरीर का निचला हिस्सा खा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हम लोग रोज की तरह सुबह पांच बजे खेत में काम करने पहुंच गए थे। करीब 6 बजे बाघ ने पीछे से प्रकाश पाने (45) पर हमला कर दिया। हम लोग चिल्लाते हुए वहां से भागे। थोड़ी दूर जाकर हमने पत्थर फेंककर बाघ को भगाने की कोशिश भी की। तब तक बाघ उसे अपना शिकार बना चुका था।
हम लोगों ने देखा कि बाघ प्रकाश को जबड़े में दबाकर घसीटते हुए खेत में ले गया और बैठ गया। इस बीच वो दो बार दहाड़ा भी। घटना के बाद वन विभाग के प्रति ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने वन चौकी का घेराव कर दिया।
ग्रामीण बोले- वन विभाग को आगाह किया था ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग एक हफ्ते पहले से वन विभाग के अफसरों को बता रहे थे कि हमारे खेतों में बाघ घूम रहा है। इसके बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। वन विभाग की लापरवाही की वजह से हमारे साथी की मौत हो गई। बाघ के हमले से पहले भी मौतें हो चुकी हैं।
वन चौकी पहुंची पुलिस, समझाइश दी कटंगी थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने बताया कि ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है। मृतक का शव बरामद कर लिया गया है। घटनास्थल पर पुलिस बल के साथ ही एसडीएम, वन विभाग के अधिकारी मौजूद हैं।
रेंजर बाबूलाल ने बताया कि तिरोड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम कुड़वा निवासी प्रकाश पाने के शरीर पर कई जगह गहरे निशान हैं। जांघ के पास का हिस्सा बाघ खा गया है।
बांधवगढ़ रिजर्व एरिया में 4 लोगों पर हो चुका बाघ का हमला
इससे पहले उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ एक महीने के भीतर 4 लोगों पर हमला कर चुका है। तीन अलग-अलग घटनाओं में एक पुरुष, एक महिला और 12 साल के बच्चे की मौत हो चुकी है। एक महिला का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
केस-1: महुआ बीनने गई महिला पर किया हमला धमोखर बफर एरिया में रविवार सुबह बाघ ने महिला पर हमला कर दिया। सिमरिया निवासी रीता बैगा (38) पिपरिया के पास जंगल में महुआ बीनने गई थी। झाड़ियों में छिपे बाघ ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर के पिछले हिस्से में गहरा जख्म हो गया था गया।
केस-2: 12 अप्रैल को किया था बच्चे का शिकार 12 अप्रैल को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में ही बाघ ने 12 साल के एक बच्चे पर हमला कर दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चे का शव एक नाले से बरामद किया गया था। मृतक विजय कोल पिपरिया का रहने वाला था।
वह अपने दादा और चाचा के साथ धमोखर क्षेत्र में महुआ बीनने गया था। इसी दौरान अचानक झाड़ियों से निकलकर आए बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ उसे जबड़े में दबाकर झाड़ियों में ले गया था।
सरपंच बोले- बाघ की मौजूदगी से गांव में दहशत पिपरिया गांव के सरपंच राजू ने बताया कि जंगल में बाघ की जानकारी से गांव में दहशत का है। बच्चे की मौत हो गई है। परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व वालों को बाघिन को गांव के पास से दूर करना चाहिए।
केस-3: दो अप्रैल को महिला पर किया था हमला इस सीजन में महुआ बीनने के दौरान बाघ के हमले में मौत की ये तीसरी घटना है। इससे पहले पनपथा बफर और पनपथा कोर एरिया में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। इससे पहले 2 अप्रैल को भी पनपथा कोर परिक्षेत्र के चंसूरा बीट में रानी सिंह (27) पर बाघ ने हमला किया था। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
केस-4: 23 मार्च को चरवाहे को बनाया शिकार बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर जोन के उत्तर पलझा बीट में 23 मार्च को मवेशी चरा रहे 50 वर्षीय चरवाहे पर बाघिन ने हमला किया था। इससे उसकी मौत हो गई थी।