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मुजफ्फरपुर
बरियारपुर थाना क्षेत्र के रामपुर मणि पंचायत की दलित बस्ती में बुधवार सुबह लगी भीषण आग में 4 बच्चे जिंदा जल गए। वहीं, इस भीषण आग में डीएम ने 15 घरों के जलने की बात कही है। घटना की सूचना पर पहुंची अग्निशमन की टीम एवं ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन फायर ब्रिग्रेड की गाड़ियां सूचना के बाद काफी देर से पहुंची जिले लेकर लोगों में आक्रोश है।
डेढ़ घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड
बरियारपुर थाना क्षेत्र की रामपुर मणि पंचायत की प्रखंड मुख्यालय सकरा और जिले से लगभग समान दूरी 15 किमी है, लेकिन इतनी बड़ी घटना के बावजूद दमकल को पहुंचने में डेढ़ से ढाई घंटे लग गए। ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी नाराजगी है।
तो शायद बच जाती बच्चों की जान
लोगों का कहना है कि अगर सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग अलर्ट होता तो शायद बच्चों की जान बच जाती। यह अलग बात है कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की सात गाड़ियां लगाई गईं, लेकिन देर होने के कारण न तो मासूमों की जिंदगी बचाई जा सकी और न ही जलते हुए आशियाने।
सिलेंडर फटने की वजह से बिगड़ी स्थिति
बुधवार सुबह 10 बजे घटना के बाद लोगों ने अग्निशमन विभाग को फोन करना शुरू कर दिया, लेकिन सकरा से दमकल को आने में डेढ़ तो मुजफ्फरपुर से ढाई घंटे लग गए।
अग्निशमन अधिकारी त्रिलोकी नाथ झा ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए सात दमकल गाड़ियां व 25 कर्मी लगाए गए। सिलेंडर फटने की वजह से स्थिति भयावह हुई। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
4 लाख रुपये का मुआवजा
मृत बच्चों के स्वजन को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान की राशि दी गई। वहीं, बुधवार देर शाम केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने भी पीड़ित परिवारों को ढांढ़स बंधाया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को 20-20 हजार की मदद देने की भी घोषणा की।