मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का सहारा
तकनीकी शिक्षा और पलायन
भोजपुर के उदवंतनगर प्रखंड अंतर्गत मसाढ़ निवासी किसान पिता राजू राम के पुत्र चंदन कुमार ने सर शिवसागर राम गुलाम हरीगांव से आईटीआई किया। जिसके बाद 2017 में रोजी रोजगार के चक्कर में गुजरात के राजकोट गए, लेकिन मनचाहा कार्य नही मिल सका।
कोरोना की वजह से लौटे गांव
इस दौर में जहां पूरी दुनिया खुद का जीवन बचाने में लगी थी, ऐसे में मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले युवा चंदन के सामने कई परेशानियां खड़ी हो गईं। वे वापस गांव आ गए और मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में आवेदन किया।
पत्नी के नाम पर लगाया उद्योग, अर्धांगिनी भी कर रही सहयोग
युवा उद्यमी चंदन ने अपनी पत्नी मीरा के नाम पर मीरा मसाला की शुरूआत की। उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए और पैसे की जरूरत पड़ी तो उन्होंने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) योजना के तहत भी लोन लिया।
प्राकृतिक मसालों की मांग
चंदन ने बताया कि हम लोग सभी तरह का मसाला तैयार करते हैं, मसालों को पहले ड्रायर में नमी सुखाया जाता है। उसके बाद मशीन पर मसाला पिसा जाता है, फिर चाला जाता है, उसके बाद पैकिंग होती है।