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गोरखपुर
चौरी चौरा के शिवपुर चकदहा में दोहरे हत्याकांड के पर्दाफाश की तरफ पुलिस बढ़ रही थी। स्वजन समेत संदिग्धो से हुई पूछताछ में पुलिस को कई साक्ष्य मिले हैं। इसी बीच बुधवार को इस घटना की चश्मदीद गवाह बेटी खुशबू के साथ गांव की महिलाएं सड़क पर उतर गई। रास्ता जाम करते हुए पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी। एक भाजपा नेता ने किसी तरह महिलाओं को समझाकर शांत कराया। इस दौरान 45 मिनट तक मार्ग जाम रहा।
29 मार्च को सोते समय पूनम व छोटी बेटी अनुष्का की हत्या हो गई थी। बड़ी बेटी खुशबू कमरे में थी। पूछताद में उसने बताया कि उसे बाहर से बंद कर दिया गया था, लेकिन झरोखे से उसने आरोपितों का पैर देखा और आवाज पहचानी। तहरीर के आधार पर पुलिस केस दर्ज कर कोटेदार के बेटे संजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने एक दर्जन से अधिक लोगों से पूछताद की। इसी बीच पूनम का गायब मोबाइल फोन भी पुलिस को मिल गया। सीडीआर निकालने पर उसमें से पुलिस को कई साक्ष्य मिले। घटना के पहले और बाद में एक ही नंबर पर फोन किया गया था।
इसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने लगातार तीन दिन तक खुशबू, बेटा विशाल समेत अन्य लोगों से पूछताछ की। इस दौरान खुशबू भी अपने बयान से पलट गई और पुलिस को बतायी की झरोखे से उसे पैर नहीं दिखा था, उसने झूठ बोला था। इन सबके बीच पुलिस को और भी कई साक्ष्य मिले थे।
पुलिस दो दिन के अंदर घटना का पर्दाफाश करने का दावा कर रही थी। इसी बीच बुधवार की सुबह पूनम की बड़ी बेटी खुशबू निषाद बेटा विशाल निषाद गांव की महिलाओं व पुरूषों के साथ तहसील पहुंचकर हंगामा करने लगे। सीओ कार्यालय में पहुंचकर पूछताछ के दौरान पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाने लगे।
इसके बाद वह गोरखपुर-देवरिया फोरलेन जाम कर दिया। हंगामे की सूचना पुलिस मौके पहुंची और समझाने की कोशिश करने लगी। लेकिन महिलाएं मानने को नहीं तैयार हुई। लंबा जाम लगने व एंबुलेंस के फंसने पर पुलिस उन्हें निकालने में जुट गई।
इसी बीच वहां पहुंचे भाजपा नेता दीपक जायसवाल महिलाओं को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उत्पीड़न का आरोप गलत है। साक्ष्य के आधार पर ही पुलिस कोई भी कार्रवाई करेगी।
हटाए गए चौरी चौरा थानेदार
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने मंगलवार की देर रात चौरी चौरा थानेदार राहुल शुक्ला को लाइन हाजिर कर दिया है। इनकी जगह पर गोला थानेदार वेद प्रकाश शर्मा को भेजा गया है। वहीं डीसीआरबी प्रभारी रहे अंजुल चतुर्वेदी को एसएसपी ने गोला का थानेदार बनाया है। इसके अलावा कई चौकी प्रभारियों को भी इधर से उधर किया गया है। वहीं कुछ पर कार्रवाई करते हुए लाइन भेज दिया गया है।