इससे पहले ही शाम करीब सात बजे रामलला मंदिर रोड, बकरमंडी, सब्जीमंडी, गणेश नगर, गुप्ता कालोनी,बजरंग तिराहा समेत सात से आठ जगहों पर पुलिसकर्मी कहीं 10 तो कहीं आठ साउंड आटो व अन्य वाहनों से उठा ले गए। लोगों के विरोध पर आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने कई युवकों को पीटा। इसकी जानकारी मिलने पर शोभायात्रा कमेटी के आयोजक अवध बिहारी, राजा पंडित, पार्षद नीरज कुरील, मारुति चंदेल, पूर्व पार्षद राम अवतार प्रतापति समेत सैकड़ों श्रद्धालु पहुंच गए। सभी ने घूम-घूमकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रहांलाकि कुछ देर बाद वह भी लौट गए,दर्शन किया।
मौके पर डीसीपी पश्चिम आरती सिंह, एडीसीपी पश्चिम विजयेंद्र द्विवेदी, एसीपी अभिषेक पांडेय, एसीपी पनकी शिखर, एसीपी बिल्हौर अमरनाथ समेत कई थानों का फोर्स व पीएसी पहुंच गई। अधिकारियों को देख भीड़ में रहे कुछ लोगों ने अपशब्द भी कहे। फोर्स भीड़ की तरफ बढ़ी तो नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद डीसीपी लौट गईं। इस दौरान कई श्रद्धालु सड़क पर लेट गए तो दर्जनों श्रद्धालु सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगे।
करीब चार घंटे बाद भाजपा विधायक बिल्हौर विधायक राहुल बच्चा सोनकर भी पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से बात की। उनका कहना था कि कार्यकर्ता आक्रोश में हैं। उन्हें समझाया जाएगा और फिर वह लौट गए, लेकिन नारेबाजी के बीच प्रदर्शन जारी रहा। एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि प्रति वाहन दो साउंड ही शोभयात्रा में लगाए जा सकते हैं। इससे ज्यादा की अनुमति नहीं दी जाएगी।