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कानपुर
रामनवमी पर रामलला मंदिर से शोभायात्रा निकाले जाने से एक दिन पूर्व शनिवार शाम साउंड सिस्टम ले जाने से भड़के श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन किया। हंगामे की सूचना पर डीसीपी पश्चिम समेत अधिकारी पहुंचे जो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने नारेबाजी के साथ ही कुछ अपशब्द कह दिए। अधिकारियों के विरोध के दौरान बहस होने लगी। इसके बाद डीसीपी चली गईं। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और बाद में हनुमान चालीसा पढ़ी।
शोभायात्रा कमेटी के पदाधिकारी, पार्षद समेत श्रद्धालुओं ने साउंड वापस करने और डीसीपी के माफी मांगने की बात कही। वहीं , पुलिस शोभायात्रा में प्रति वाहन दो साउंड ही लगाने की बात पर अड़ी रही। देर रात तक प्रदर्शन जारी रहा। रावतपुर गांव में प्राचीन रामलला मंदिर से हर साल रामनवमी पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। यहां से शोभायात्रा शहर के कई सड़कों से होकर जाती है। इसके लिए श्रद्धालु शोभायात्रा की पूर्व संध्या पर ध्वज पूजन कार्यक्रम करते हैं।
इसमें लोग जगह-जगह साउंड सिस्टम लगाते हैं और इसके बाद वही साउंड सिस्टम वाहनों में बंधवाकर शोभायात्रा में शामिल होते हैं, लेकिन साउंड बजाने से लेकर पुलिस अधिकारी ने नियमों का पालन कराने के लिए एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने शनिवार दोपहर रावतपुर थाने में शोभायात्रा के आयोजक व उनके समर्थकों के संग बैठक की थी, जिसमें स्पष्ट बताया गया था कि 75 डेसिबल की ध्वनि तीव्रता से कम ही साउंड होने चाहिए, जहां कुछ लोग सहमत हुए तो कई विरोध जताने लगे। भाजपा के मंडल अध्यक्ष दीपक शुक्ला का आरोप है कि शाम को ध्वज पूजन होना था।
इससे पहले ही शाम करीब सात बजे रामलला मंदिर रोड, बकरमंडी, सब्जीमंडी, गणेश नगर, गुप्ता कालोनी,बजरंग तिराहा समेत सात से आठ जगहों पर पुलिसकर्मी कहीं 10 तो कहीं आठ साउंड आटो व अन्य वाहनों से उठा ले गए। लोगों के विरोध पर आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने कई युवकों को पीटा। इसकी जानकारी मिलने पर शोभायात्रा कमेटी के आयोजक अवध बिहारी, राजा पंडित, पार्षद नीरज कुरील, मारुति चंदेल, पूर्व पार्षद राम अवतार प्रतापति समेत सैकड़ों श्रद्धालु पहुंच गए। सभी ने घूम-घूमकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रहांलाकि कुछ देर बाद वह भी लौट गए,दर्शन किया।
मौके पर डीसीपी पश्चिम आरती सिंह, एडीसीपी पश्चिम विजयेंद्र द्विवेदी, एसीपी अभिषेक पांडेय, एसीपी पनकी शिखर, एसीपी बिल्हौर अमरनाथ समेत कई थानों का फोर्स व पीएसी पहुंच गई। अधिकारियों को देख भीड़ में रहे कुछ लोगों ने अपशब्द भी कहे। फोर्स भीड़ की तरफ बढ़ी तो नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद डीसीपी लौट गईं। इस दौरान कई श्रद्धालु सड़क पर लेट गए तो दर्जनों श्रद्धालु सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगे।
करीब चार घंटे बाद भाजपा विधायक बिल्हौर विधायक राहुल बच्चा सोनकर भी पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से बात की। उनका कहना था कि कार्यकर्ता आक्रोश में हैं। उन्हें समझाया जाएगा और फिर वह लौट गए, लेकिन नारेबाजी के बीच प्रदर्शन जारी रहा। एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि प्रति वाहन दो साउंड ही शोभयात्रा में लगाए जा सकते हैं। इससे ज्यादा की अनुमति नहीं दी जाएगी।