सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्याचल के राखड़ बांध से प्रतिदिन सैकड़ो गाड़ियों पर राखड़ लोडिंग का कार्य हो रहा है अधिकतर खुली गाड़ियों में राखड़ का परिवहन किया जा रहा है लेकिन संबंध जिम्मेदार अधिकारी इस पर कार्रवाई करने के बजाय इसको सह देने में लगे हुए हैं। आपको बता दे की जिले में अधिकतर राखड़ लोड गाड़ियां ओवरलोड होकर सड़कों पर फराटे भर रही हैं जो बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही हैं।
सूत्र बताते हैं कि एनटीपीसी विंध्याचल से निकलने वाली गाड़ियों पर एक ओर क्षमता से अधिक राखड़ लोड होते हैं तो दूसरी ओर गाड़ियों का परिवहन हेतु किसी भी प्रकार की वैध रसीद भी नहीं होती? विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि इस पूरे कार्य में NTPC के एक जिम्मेदार अधिकारी का नाम आता है इस संबंध में कई बार संबंधित अधिकारी से जानकारी चाहिए गई। लेकिन जानकारी नहीं मिल सकी। वहीं जिले के सड़कों पर हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए कलेक्टर सिंगरौली श्री चंद्रशेखर शुक्ला ने आदेश जारी किया था कि राखड़ का परिवहन केवल बंद कंटेनर एवं कैप्सूल वाहनों के माध्यम से ही किया जा सकेगा।
लेकिन यहां पूरे नियमों को ताक पर रखकर संबंधित ठेकेदार और एनटीपीसी के जिम्मेदार अधिकारी राखड़ का परिवहन करवा रहे हैं। इन्हें किसी का भी किसी भी प्रकार का कोई डर नहीं है। सोचने वाली बात यह है कि बेधड़क सड़कों पर फराटे भर रही राखड़ लोड गाड़ियां बिना रोक-टोक क्षमता से अधिक राखड़ का परिवहन कर रही हैं जिससे कभी भी किसी भी समय बड़ी दुर्घटनाएं घटित हो सकती हैं?
- अब आप ही बताइए कि जब संबंधित जिम्मेदार अधिकारी राख को ओवरलोड नहीं होने देंगे? तो क्या सड़कों पर राखड़ की ओवरलोड गाड़ियां निकल सकती हैं?
- क्या संबंधित एनटीपीसी के जिम्मेदार अधिकारी अगर खुले वाहनों में राखड़ लोडिंग की परमिशन ना दे? तो क्या खुला गाड़ियों से राखड़ का परिवहन हो सकता है?
अब आप ही बताइए कि इसका जिम्मेदार कौन?